देश में कोरोना का प्रकोप बहुत तेजी से फैल रहा है। रोजाना लाखों लोग संक्रमित पाये जा रहे हैं, वहीं हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो रही है। इसी बीच भारतीय रेल में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम दिल्ली कॉन्फिडेंशियल के मुताबिक 150 सहयोगियों के कोविड पॉज़िटिव होने के बाद अब स्टेशन मास्टरों ने वैक्सीन के लिए रेलवे पर धीरे-धीरे दबाव बनाना शुरू कर दिया है। वे चाहते हैं कि जल्द से जल्द उनकी पूरी कैडर को वैक्सीन लगना चाहिए। इस महीने के आखिरी में कर्मचारी कोरोना टीका के लिए ‘SMS आंदोलन’ करेंगे। इसके तहत सभी स्टेशन मास्टर और करीब 30,000 कर्मचारी एक साथ रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, सभी जोनों के जनरल मैनेजर और 68 डिवीजन हैड को एक मैसेज भेजेंगे।
कर्मचारी मैसेज में लिखेंगे कि ‘हमें वैक्सीन दिला जिंदा रखें या ड्यूटी से हटा लें। हम 1 जुलाई से जीना चाहते हैं।’ बता दें इस महामारी से लड़ने में रेलवे का अहम योगदान रहा है। इसको लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट भी किया है।
गोयल ने ट्वीट केआर लिखा “कोविड महामारी की चुनौती से लड़ने के लिये भारतीय रेल के प्रयास निरंतर जारी हैं। इसी क्रम में रेलवे हॉस्पिटल्स में 86 ऑक्सीजन प्लांट्स लगाये जा रहे हैं। इसके साथ ही कोविड बेड्स और वेंटिलेटर्स की संख्या भी बढ़ाई गयी है।”
एक वीडियो जारी कर उन्होंने कहा कि हमारे रेल कर्मचारी कोरोना महामारी के विरुद्ध इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुझे गर्व है अपने रेल परिवार पर, जो इस संकट के समय, पूरे देश में अपने कार्यों द्वारा, देश और समाज की सेवा में जुटा हुआ है।
रेल मंत्री ने कहा “रेलवे के हमारे कोरोना वॉरियर्स इस कठिन समय में दिन रात, देश और समाज की सेवा में कार्यरत हैं। उनके परिश्रम व कार्य के प्रति लगन मुझे गर्व का अहसास कराती है, कि मेरा रेल परिवार समाज को ऐसे समय में अपना अमूल्य सहयोग दे रहा है।” उन्होंने रेल कर्मचारियों को उनके इस योगदान के लिए आभार जताया है।
