विदेशी जेलों में दस हजार से अधिक भारतीय बंद हैं और इन कैदियों में से 49 कैदियों को मौत की सजा सुनाई गई है। केंद्र सरकार के मुताबिक दुनिया भर के देशों में सबसे अधिक कैदी सउदी अरब की जेलों में हैं। सभी जेलों में विचाराधीन और दोषी करार दिए गए कुल भारतीयों की संख्या 10152 है। दुनिया के 86 देशों में भारतीय कैदी जेलों के अंदर हैं।
संसद सत्र के पहले चरण से यह आंकड़ा सामने आया है और ये जानकारी केंद्रीय राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने दी है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक कतर की जेलों में 611 बंद हैं और फीफा विश्वकप के बाद इनकी संख्या में कोई बढ़ोतरी दर्ज नहीं हुई है।
कैदियों की जानकारी उनकी सहमति पर ही सार्वजनिक होती है
कतर सरकार के हवाले से भारत सरकार ने बताया है कि इन कैदियों की जानकारी तब तक सार्वजनिक नहीं की जाती, तब तक कोई कैदी इस पर अपनी सहमति नहीं दे दे। इसलिए भारत सरकार के पास इन कैदियों का राज्यवार आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। मंत्रालय के मुताबिक विदेशों में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण केंद्र सरकार की प्राथमिकता है और ऐसे मामलों में विदेश में स्थिति केंद्र की मदद से सतर्क नजर रखी जाती है।
तय प्रावधान के मुताबिक जैसे ही ऐसी कोई गिरफ्तारी होती है, इसकी जानकारी भारतीय नागरिक काउंसिल को दी जाती है ताकि भारतीय कैदियों के अधिकारों की रक्षा की जा सके। इन्हें भारत सरकार की मदद से कानूनी सहायता भी प्रदान की जाती है। किसी भी कैदी को ऐसी सहायता प्रदान करने के लिए दूतावास की तरफ से कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है ओर ये सभी सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जाती हैं।
कानूनी सहायता के अतिरिक्त देश लाए जाने के दौरान इन भारतीय कैदियों को यात्रा दस्तावेज ओर हवाइ टिकट भी दिए जाते हैं। केंद्र सरकार ने यह भी दावा किया है कि इन कैदियों को माफी व सजा में कमी के लिए भी प्रयास किया जाता है। इसके लिए केंद्र सरकार की कई देशों के साथ संधियां भी हैं जो किसी अपराध के लिए दोषी ठहराए गए व्यक्ति को जेल सजा काटने के लिए उसके गृह देश में स्थानांतरित करने की अनुमति देती है।
भारतीय नागरिक बड़ी संख्या में विदेशी जेलों में बंद हैं, जिनमें सबसे अधिक 2633 कैदी सऊदी अरब में, 2518 संयुक्त अरब अमीरात में और 1317 नेपाल में कैद हैं। इसके अलावा, चीन, अजरबैजान, इटली, कुवैत, मलेशिया, ओमान, पाकिस्तान, सिंगापुर, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका सहित कई अन्य देशों में भी सौ से ज्यादा भारतीय कैदी जेलों में सजा काट रहे हैं।