दिवाली के दिन भारतीय क्रिकेटर ईशांत शर्मा ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की जिससे वह ट्रोल्स के निशाने पर आ गए। उन्होंने अपने परिवार के साथ घर पर दिवाली सेलिब्रेशन की फोटो शेयर की लेकिन दीवार पर रेप के दोष में सजा काट रहे स्वयंभू संत आसाराम की फोटो टंगी थी। जैसे ही यह फोटो पोस्ट हुई यूजर्स का ध्यान इसपर गया और तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई।

हालांकि इसके बाद ईशांत ने यह फोटो तो डिलीट कर दी लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उन्होंने फोटो को ‘क्रॉप’ कर फिर से शेयर किया। सोशल मीडिया यूजर्स ने ईशांत शर्मा की जमकर क्लास लगाई। एक यूजर ने उन्हें आसाराम का भक्त तो किसी ने उन्हें आसाराम बापू की संज्ञा दे दी। वहीं एक ने कहा अगर क्रिकेट धर्म है तो ईशांत शर्मा आसराम बापू हैं। वहीं कुछ यूजर्स ने आसराम की भक्ति से जुड़ी उनकी पुरानी तस्वीर भी साझा की है।

दरअसल ईशांत शर्मा और उनका परिवार आसाराम के भक्त हैं। कई मौकों पर परिवार की तरफ से यह दावा किया गया है कि ईशांत को क्रिकेट के मैदान पर जितनी भी सफलताएं मिली हैं उसमें आसाराम की कृपा रही है।

बता दें कि राजस्थान के अपने आश्रम में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने के मामले में आसाराम को पिछले साल जोधपुर की अदालत ने दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। आसाराम को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 और बाल यौन अपराध निषेध अधिनियम और किशोर न्याय अधिनियम के तहत दोषी ठहराया गया। दो अन्य सह-आरोपियों को भी दोषी ठहराया गया।

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उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक किशोरी द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद 2013 में आसाराम को गिरफ्तार किया गया था। किशोरी ने उन पर जोधपुर के बाहरी इलाके के मनई गांव स्थित आश्रम में 15 अगस्त, 2013 को उसके साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था।

पीड़िता मध्य प्रदेश के उनके छिंदवाड़ा आश्रम में 12वीं कक्षा की छात्रा थी। आसाराम को इंदौर से गिरफ्तार कर एक सितंबर, 2013 को जोधपुर लाया गया था। दो सितंबर, 2013 को उन्हें न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया था।