जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास आज सुबह लगभग 8 बजे भारतीय सेना के जवानों ने एक पाकिस्तानी सेना के कॉडकॉप्टर को मार गिराया। चीनी कंपनी डीजेआई माविक 2 प्रो मॉडल द्वारा बनाया गया पाकिस्तानी क्वॉडकॉप्टर को गोली मार दी गई, यह एक घंटे से सीमा के आसपास मंडरा रहा था।
क्वॉडकॉप्टर को आज सुबह एलओसी पर तैनात भारतीय सेना के जवानों ने देखा और उसे तत्काल मार गिराया। गोली लगते ही क्वॉडकॉप्टर 70 मीटर भारत की तरफ केरन सेक्टर में गिरा। बताया जा रहा है कि यह क्वॉडकॉप्टर पाकिस्तानी सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) का हिस्सा है।
क्वॉडकॉप्टर अनमैंड एरियल व्हीकल (UAV) या ड्रोन होते हैं। इसकी मदद से पाकिस्तान भारतीय क्षेत्र की जासूसी करता है। इनके जरिये वह आतंकियों को हथियार और जरूरी सामान पहुंचाने की कोशिश करता है। सीमा पार से आतंकवादियों के हैंडलर्स को हथियार या अन्य सामान भेजने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करना नया तरीका है। इससे पहले पाकिस्तान सीमा पार से आतंकियों को हथियार पहुंचाने के लिए अनमैन्ड एरियल वीकल्स का इस्तेमाल करता रहा है।
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया गया हो या दिखाई दिया हो। इससे पहले भी यह घटना सामने आ चुकी है। इसी साल जनवीर औ पिछले साल साल नवंबर महीने में पंजाब के हुसैनवाला सेक्टर में पाकिस्तान की सीमा के इलाके में एक ड्रोन उड़ते देखा गया जिसके बाद से सेना हरकत में आ गई थी।
इस साल पाकिस्तान ने 3800 बार बिना उकसावे के नागरिक इलाकों में संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। इसकी आड़ में आतंकियों को घुसपैठ करने में मदद की कोशिश की गई ताकि हथियार पहुंचाए जा सकें। उन्होंने कहा कि ड्रोन और क्वॉडकॉप्टर की मदद से हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी की कोशिश की जा रही है। कूटनीतिक माध्यमों और नियमित डीजीएमओ के स्तर की वार्ता से इस तरह के उल्लंघन के बारे में पाकिस्तान को लगातार अवगत कराया जा रहा है।