Indian Army: भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक के बाद ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत में भी लोगों की तमाम प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। बताना होगा कि भारत की सेना ने 6-7 मई की रात को जब पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर हमले किए तो बहुत सारे लोग नींद में थे। लेकिन सुबह उठते ही उन्हें जब मीडिया के जरिए भारत की स्ट्राइक के बारे में पता चला तो उन्होंने इसका दिल खोलकर स्वागत किया।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने कहा है कि नौ ठिकानों पर हवाई हमले किए गए हैं। इनमें से चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हैं। ये ठिकाने बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट में हैं।
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मुंबई में सुबह की सैर पर निकले एक शख्स रामबली राजभरने न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, “हमारी सेना ने पाकिस्तान पर आक्रमण किया है, बहुत अच्छा हुआ है, उन गद्दारों ने हमारे लोगों की जान ली उसके बदले में यह भी बहुत कम है। इससे ज्यादा आक्रमण पाकिस्तान के ऊपर होना ही चाहिए, हमारे हिंदुस्तान के लोगों का खून बौखलाया हुआ है…ऐसा हम प्रधानमंत्री मोदी और अपने देश के साथ में हैं।”
सेना में सेवाएं दे चुके कमलेश कुमार ने कहा कि वह सेना में 19 साल तक सेवा दे चुके हैं और लाइन ऑफ कंट्रोल में 9 साल तक रह चुके हैं। कमलेश कुमार ने कहा, “पाकिस्तान को सबक सिखाना जरूरी था… सरकार ने पाकिस्तान पर स्ट्राइक कर अच्छा काम किया है।” उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल भी जरूरी है और इससे हमले वाली स्थिति में कैसे छिपना है, इस बारे में जनता को पता चलता है।
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ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई में भारत ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े नौ ठिकानों को निशाना बनाया है। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए की गई। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।
हमले के बाद भारतीय सेना ने X पर एक वीडियो जारी किया जिसमें लिखा था “न्याय हुआ”। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े ठिकानों में तेहरा कलां में सरजाल, कोटली में मरकज अब्बास और मुजफ्फराबाद में सैयदना बिलाल कैंप शामिल थे। बरनाला में लश्कर के ठिकानों- मरकज अहले हदीस और मुजफ्फराबाद में शववाई नल्ला कैंप पर भी हमला किया गया। कोटली में हिजबुल मुजाहिदीन के ट्रेनिंग सेंटर मक्का राहील शाहिद और सियालकोट में महमूना जोया को भी भारत ने निशाना बनाया है।