Indian Army Officer Assaulted: पंजाब के पटियाला से एक शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां सादी वर्दी में पंजाब पुलिस के जवानों ने आर्मी के एक अधिकारी और उनके बेटे के साथ मारपीट की है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 13 मार्च की है, जब राजेंद्र अस्पताल के पास पार्किंग को लेकर हुए विवाद में पंजाब पुलिस के जवानों ने एक आर्मी अफसर और उनके बेटे की पिटाई कर दी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह विवाद उस समय शुरू हुआ, जब सादी वर्दी में पंजाब पुलिस के जवानों ने अपनी गाड़ी पार्क करने के लिए कर्नल पुष्पेंद्र बाथ (दिल्ली आर्मी मुख्यालय में तैनात) से गाड़ी हटाने के लिए कहा। विवाद तब बढ़ गया, जब अधिकारी ने पुलिसकर्मियों की टोन से आपत्ति जताई। आरोप है कि इसके बाद पुलिसकर्मियों ने अधिकारी को पीटना शुरू कर दिया। जब कर्नल के बेटे ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों ने उसे भी पीटा।

कर्नल के बेटे ने मीडिया को बताया, “उन्होंने हमसे अपनी कार हटाने को कहा और जब मेरे पिता ने उनकी भाषा पर आपत्ति जताई तो उनमें से एक अधिकारी ने उन्हें मुक्का मारा। जब मैंने बीच में आने की कोशिश की, तो उन्होंने मुझ पर भी हमला कर दिया। उन्होंने हमें डंडों, रॉड और बेसबॉल बैट से पीटा। मेरे पिता और मैं बेहोश हो गए और जब हम होश में आए, तो वे हमें पीट रहे थे। हमें कम से कम 45 मिनट तक पीटा गया।”

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आर्मी के अधिकारी के बेटे ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी उस समय और भी आक्रामक हो गए, जब उसने यह कहा कि उन्होंने शराब पी हुई है। लड़के ने आरोप लगाया, “जब मैंने कहा कि वे नशे में थे तो उन्होंने मुझे और पीटा। हम दो दिनों से FIR दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस हमारी मदद नहीं कर रही है। उन्होंने आरोपियों को हमारे सामने लाने से इनकार कर दिया। हमें धमकी भरे फोन भी आ रहे हैं।”

पुलिस ने क्या कहा?

SSP नानक सिंह कहते हैं, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जिसमें एक सैन्य अधिकारी और पुलिस के बीच झड़प हुई। मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है। सेना का सम्मान हमारी प्राथमिकता है। पुलिस और स्थानीय सैन्य इकाई के बीच हमेशा से सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं और हम दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे…”

उन्होंने कहा कि विभागीय जांच के लिए 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। यह जांच टाइम बाउंड होगी और 45 दिनों के भीतर पूरी होगी। दोनों पक्षों ने अपने बयान दर्ज करवाए हैं और हम तकनीकी साक्ष्य के साथ-साथ सभी ऑन-रिकॉर्ड साक्ष्य भी लेंगे और जांच को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाएंगे। इस मामले में सस्पेंड किए जाने वालों में इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, एएसआई, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल शामिल हैं।

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