भारतीय सेना के एक जवान ने चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सेना के जवान ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया कि नवंबर 2023 में चंडीगढ़ के एक पुलिस स्टेशन में कैमरे के सामने उसके कपड़े उतार दिए गए। साथ ही उनकी पिटाई की गई और पगड़ी भी उतार दी गई।
जनवरी 2024 में नाइक अमरिंदर सिंह के कमांडिंग ऑफिसर, 10 कोर सिग्नल रेजिमेंट के कर्नल मृणाल मेहता ने चंडीगढ़ के डीजीपी को पत्र लिखकर कहा कि घटना ने उन्हें गुस्से से भर दिया है। उन्होंने आवारा पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की क्योंकि यह भारतीय सेना का अपमान था।
चंडीगढ़ पुलिस स्टेशन बुला कर धमकी देने का आरोप
चंडीगढ़ पुलिस बठिंडा में तैनात नायक अरविंदर सिंह का अपनी पत्नी के साथ विवाद चल रहा है। वह चंडीगढ़ पुलिस में कांस्टेबल हैं और उसी पुलिस स्टेशन में तैनात हैं। नाइक सिंह ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि वह 12 नवंबर 2023 को चंडीगढ़ के पास मुल्लांपुर में अपनी पत्नी और नवजात बेटे से मिलने आए थे जब उन्हें पहली बार मुल्लांपुर पुलिस स्टेशन के पंजाब पुलिस सब इंस्पेक्टर परमजीत सिंह ने बुलाया था, जहां उन्हें धमकी दी गई और डराया गया।
पुलिस स्टेशन में की गयी मारपीट
इसके बाद उन्हें चंडीगढ़ के सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन जाने के लिए कहा गया, जहां उन्हें झूठे एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के मामलों की धमकी देकर खाली कागजात पर हस्ताक्षर करने के साथ-साथ दो बयान भी लिखने के लिए कहा गया। अपनी याचिका में सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन के SHO इंस्पेक्टर मलकीत सिंह और कांस्टेबल सुनील का नाम लेते हुए सेना के जवान ने कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें पीटा, उनकी पगड़ी उतार दी, उनके सारे कपड़े उतार दिए और उसका वीडियो भी बनाया। अरविंदर सिंह ने अपनी याचिका में यह भी कहा कि उन्हें अपनी पत्नी से दूर रहने के लिए कहा गया था।
याचिका में कहा गया है कि घटना को प्रकाश में लाने के लिए सैनिक द्वारा 16 नवंबर, 2023 को एसएसपी चंडीगढ़ को की गई शिकायत अनुत्तरित रही। अपनी याचिका में नायक सिंह ने यह भी उल्लेख किया कि कमांडिंग ऑफिसर की डीजीपी से की गई शिकायत को उसी पुलिस स्टेशन में जांच के लिए भेजा गया था, जहां उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया था। 15 जनवरी 2024 को एसएसपी, चंडीगढ़ पुलिस को डीएसपी रैंक के एक अधिकारी को जांच सौंपने के उनके आवेदन के अनुत्तरित होने के बाद, नाइक अरविंदर सिंह ने उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की।