India Pakistan Ceasefire: पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत की ओर से किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ा हुआ तनाव कम होता दिखाई दे रहा है। हालांकि ऑपरेशन सिंदूर फिलहाल स्थगित है लेकिन सेना पूरी तरह हाई अलर्ट मोड पर है। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, माना जा रहा है कि भारत और पाकिस्तान बॉर्डर से सैनिकों और तमाम सैन्य उपकरणों को अगले कुछ दिनों के भीतर कम करने पर विचार कर रहे हैं।

पाकिस्तान ने पिछले कुछ हफ्तों में बॉर्डर पर सैनिकों और सैन्य उपकरणों की भारी तैनाती की थी, वह अप्रैल से पहले वाली स्थिति को बहाल करेगा। भारत ने भी पिछले एक महीने में बड़े पैमाने पर सैनिकों की तैनाती का आदेश नहीं दिया है। जो हथियार और सैनिक उनके स्थायी ठिकानों से ऑपरेशन वाले इलाकों में भेजे गए थे, उन्हें अब वापस अपने नियमित ठिकानों पर भेजने का काम चल रहा है। 

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमा पर सैनिकों की संख्या बढ़ा दी गई थी लेकिन अब तमाम प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर को फिलहाल रोका गया है लेकिन भारत पाकिस्तान की हरकतों पर पूरी तरह नजर रख रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद LoC पर सेना की बड़ी प्लानिंग

इन आतंकी ठिकानों को बनाया था भारत ने निशाना

भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद बताया था कि पाकिस्तान और PoK में जिन जगहों को निशाना बनाया गया, उनमें- मरकज़ सुभान अल्लाह- बहावलपुर, मरकज़ तैयबा- मुरीदके, सरजाल/तेहरा कलां, महमूना जोया फैसेलिटी- सियालकोट, मरकज़ अहले हदीस बरनाला- भिम्बर, मरकज़ अब्बास- कोटली, मस्कर राहील शाहिद- कोटली, मुजफ्फराबाद में शावई नाला कैम और मरकज़ सैयदना बिलाल शामिल हैं।

याद दिलाना होगा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन अटैक किया तो भारतीय सेना ने इसका जोरदार ढंग से जवाब दिया। इसके बाद दोनों देशों के बीच कुछ दिनों तक जबरदस्त तनाव के हालात रहे लेकिन 10 मई को सीजफायर का ऐलान कर दिया गया। सूत्रों का कहना है कि सीजफायर होने के बाद पहले 2 दिन तक हवाई मार्ग के उल्लंघन की कोई सूचना नहीं मिली हालांकि जम्मू-कश्मीर में कुछ ड्रोन देखे गए।

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सीजफायर का उल्लंघन होगा तो जवाब देगी सेना

सूत्रों ने बताया कि सैनिकों को आदेश दिए गए हैं कि बिना ऊपरी अफसर की मंजूरी के फायरिंग ना करें लेकिन अगर LoC पर सीजफायर का उल्लंघन होगा तो इसका सैनिकों के द्वारा जवाब दिया जाएगा।

डीजीएमओ के बीच हुई थी बातचीत

सीजफायर होने के बाद डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला से बात की थी और इस दौरान यह सहमति बनी थी कि दोनों ही पक्ष बॉर्डर और फारवर्ड इलाकों से सैनिकों को कम करने के बारे में विचार करेंगे। सेना ने बयान जारी कर बताया था कि बातचीत के दौरान यह भी चर्चा हुई थी कि दोनों पक्ष एक भी गोली नहीं चलाएंगे और किसी भी तरह की आक्रामक कार्रवाई भी नहीं करेंगे।

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