Indian Air Force Aerial Strike: भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट, मुजफ्फराबाद और चिकोट में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने वालों पर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली बिफर गए। उन्होंने कहा कि जब लादेन मरा था तो अमेरिका ने मिलिट्री ऑपरेशन के डिटेल्स नहीं दिए थे। हम दे दें? सैनिकों को मरवा दें? इंडिया टीवी पर एक शो के दौरान एंकर ने कहा, “हमारे सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि भारत की फौज वहां गई। एयर स्ट्राइक हुए तो हमें लाशें दिखाओ।” इसके जवाब में अरुण जेटली ने कहा, “देखिए, जिन लोगों में इस प्रकार की नासमझी है, देश का दुर्भाग्य है कि वे सार्वजनिक जीवन में हैं।”
जेटली ने कहा, “पहला उदाहरण दूं कि सबसे बड़ा ऑपरेशन अमेरिका ने किया था, जब पाकिस्तान के एबटाबाद में जाकर ओसामा बिन लादेन को मारा। उसकी लाश उठाकर ले गए और समुंद्र में ले जाकर फेंक दिया। उन्होंने उस घटना से पहले, वो (लादेन) वहां था, उसकी तस्वीर दे दी। उन्होंने मिलिट्री के ऑपरेशन डिटेल जैसे कि वे कैसे अंदर गए? उसकी लाश कहां है? कैसे हमने उठायी? किस समुंद्र में जाकर हमने उसको फेंका? आज तक दुनिया को दिखलायी है?”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “क्या दुनिया की कोई भी मिलिट्री और फौज अपनी मिलिट्री की ऑपरेशनल डिटेल सार्वजनिक करती है? क्या हम बता सकते हैं कि हमारे कितने जहाज गए? कहां से टेक ऑफ किए? उसमें कौन-कौन पॉयलट थे? क्या-क्या बारूद थे? किन-किन देशों से हमें वो बारूद मिले? किस प्वाइंट से हमने वो मिसाइल फेंके? ये मिलिट्री ऑपरेशनल डिटेल हैं। ये सिर्फ कपिल सिब्बल को नहीं पता चलेगा, बल्कि पाकिस्तान को भी पता चल जाएगा यदि इसको सार्वजनिक किया।”
अरुण जेटली ने कहा, “हमारी फौज को और देश को खुफिया सूचना मिलती है। वो सूचना यह भी होगी कि वहां कौन कैंप चला रहा है? कितने लोग हैं। उसका सबूत भी होगा उनके पास। जब वो पुख्ता हो गई होगी तो कई दिन लगे होंगे एयरफोर्स को अपनी तैयारी करने में। उन्होंने वैकल्पिक व्यवस्था भी की होगी। उसके बाद 100 फीसद सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। आप गए, कुछ मिनटों के अंदर उसको तबाह कर के आ गए। क्या हम ये अपेक्षा करते थे कि जो एयरफोर्स के लोग वहां गए थे, वे वहां उतरकर लाशें गिनने लग जाते? या फिर जो लोग एयरफोर्स, मिलिट्री या भारत सिक्योरिटी एजेंसी को इंटेलिजेंशन दे रहे थे, वे इतने मूर्ख थे जो पूर्व सूचना दे देते कि जहां-जहां पाकिस्तान की फौज ने बैरिकेड किया है, वहां वे जाते और कहते थे हम भारत की तरफ से लाशें गिनने आए हैं।”