भारत जी20 के लिए पूरी तरह है, सभी मेहमानों की खातिरदारी होने जा रही है। अब जिस समय विदेशी मेहमानों का आने का सिलसिला शुरू हो रहा है, देश में एक अलग ही मुद्दे पर बहस तेज हो गई है। ये बहस इंडिया बनाम भारत को लेकर है। असल में ऐसी अटकलें चल पड़ी हैं है कि इंडिया का नाम बदल भारत किया जा सकता है। अब ये देश का आंतरिक मुद्दा है, लेकिन चीन की तरफ से बिना मांगे इस पर एक राय दे दी गई है।

भारत के बारे में क्या बोला चीन?

चीन ने अपने माउथपीस ग्लोबल टाइम्स में लिखा है कि भारत को जी20 में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। भारत का नाम बदलने के बजाय दूसरे मुद्दों पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है। सवाल तो ये है कि क्या भारत अपनी आर्थिक प्रणाली में रीफॉर्म ला सकता है? सवाल ये है कि जी20 मेजबानी को भारत अच्छी तरह भुना सकता है, खुद को विकास की दिशा में और ज्यादा आगे बढ़ा सकता है?

क्यों सुर्खियों में चल रहा ये मुद्दा?

अब चीन का इस मुद्दे पर बोलना कई लोगों को रास नहीं आ रहा है। सोशल मीडिया पर शी जिनपिंग की सरकार को निशाने पर लिया जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि इंडिया बनाम भारत की डिबेट तब शुरू हुई जब जी20 के लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिख दिया गया। इसके बाद से सोशल मीडिया पर भी चर्चा शुरू हो गई कि मोदी सरकार इंडिया का नाम बदल भारत कर सकती है। विपक्ष के भी हर बड़े नेता ने इस पर टिप्पणी देकर इसे सुर्खियों में ला दिया।

वैसे पीएम मोदी ने मंत्रीपरिषद की बैठक में मंत्रियों को दो टूक कहा है कि वे इस मुद्दे पर अभी भी कुछ भी खुलकर बोलने से बचें। उनकी तरफ से ये जरूर कहा गया कि सनातन विवाद पर और ज्यादा खुलकर बोलने की जरूरत है।