भारत से यूके आने -जाने वाली फ्लाइट रद्द कर दी गई हैं। ये पाबंदी 7 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी गई है। ये जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्री ने दी। भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के 14 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन के कुल मामले 20 हो गए हैं। कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहली बार यूके में सितंबर महीने में सामने आया था। माना जा रहा है कि कोरोना का नया स्ट्रेन बहुत तेजी से फैलता है। जिसकी वजह से अधिकतर देशों ने यूके पर ट्रैवल पाबंदी लगाई है। यूके में तो कोरोना के नए स्ट्रेन से स्थिति काबू के बाहर हो चुकी है। बता दें कि Oxford-AstraZeneca कोरोना वायरस वैक्सीन को UK रेगुलेटर ने हरी झंडी दिखा दी है।

मंगलवार को भारत सरकार ने कहा था कि देश में इस नए वायरस से 6 मरीज संक्रमित हैं। भारत के लिए वायरस को लेकर अधिक चिंता इसलिए भी है क्योंकि अमेरिका के बाद भारत में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। 20 नए मामलों में से 8 की जानकारी तो दिल्ली की एक लैब ने दी है। बेंगलुरू की लैब से 7 लोगों के संक्रमित होने की खबर आई है। मामलों की संख्या बढ़ भी सकती है। लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि फिलहाल ये साबित नहीं हुआ है कि मौजूदा वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन पर असरदार नहीं है।

पिछले हफ्ते भारत ने अस्थायी तौर पर यूके पर फ्लाइट से जुड़ी पाबंदी लगाई थी। यूके से आए 33 हजार लोगों की ट्रेसिंग की जा रही है। जिन यात्रियों में लक्षण भी हैं उनकी भी निगरानी की जा रही है। नीति आयोग सदस्य वीके पॉल ने कहा,”शुरुआत में वायरस की चेन तोड़ना आसान रहता है। एक बार फैलने के बाद इसे रोकना मुश्किल हो जाता है।”

बता दें कि सरकार ने देश में कोरोना के स्ट्रेन की जांच करने के लिए INSACOG का गठन भी किया है। नए स्ट्रेन को लेकर चिंता इसलिए भी है क्योंकि कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत भारत में होने को है। सितंबर के बाद अब जाकर कोरोना के मामले कम होने लगे हैं।

नए स्ट्रेन के डर के बीच मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वैक्सीन नए स्ट्रेन पर भी असरदार है। कोई सबूत नहीं है कि कोरोना वैक्सीन नए स्ट्रेन से सुरक्षा नहीं देती है। बता दें कि Bharat Biotech, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और Pfizer ने वैक्सीन तैयार की है और आपातकालीन इस्तेमाल के लिए आवेदन भी किया है।