कोरोना संकट के बीच सोने के दाम कम होने और छूट के बाद भी व्यापारियों के हाथ मायूसी लगी है। लगातार चौथे सप्ताह में छूट के बाद भी सोना ग्राहकों के लिए तरसता रहा। चीन के बाद भारत में सोने के खरीदार सबसे अधिक हैं। श्राद्ध के महीने में सोने की खरीदारी पर असर दिखा। इस महीने में सोने की खरीदारी अपशकुन मानी जाती है।

शुक्रवार को 51,452 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले महीने 56,191 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। आमतौर पर अक्टूबर-नवंबर के त्यौहारों के मौसम में सोने की मांग में तेजी होती है। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के कारण आभूषण बाजार को तगड़ा झटका लगा है जिससे भारत की अर्थव्यवस्था अप्रैल-जून में लगभग एक चौथाई कम हो गई है।

बता दें कि शुक्रवार को सोना 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,452 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अक्टूबर महीने में डिलीवरी सोना अनुबंध की कीमत 322 रुपये यानी 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,452 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई।

इसमें 12,181 लॉट के लिये कारोबार हुआ। सोना के दिसंबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 302 रुपये यानी 0.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,660 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 6,286 लॉट के लिये कारोबार हुआ।अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.72 प्रतिशत की नरमी के साथ 1,950.20 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।