भारत को ईरान के चाबहार पोर्ट पर अमेरिकी प्रतिबंधों से छह महीने की छूट मिली है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को यह अहम जानकारी दी। ट्रंप सरकार ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह चाबहार पोर्ट पर दी गई प्रतिबंध छूट को समाप्त करने जा रही है।

चाबहार पोर्ट ईरान के दक्षिण-पूर्वी इलाके में है और यह भारत के लिए बेहद अहम रणनीतिक परियोजना है। इसके जरिये भारत को ईरान के जरिये अरब सागर तक सीधी समुद्री पहुंच मिलती है और इससे पाकिस्तान को बायपास किया जा सकता है।

इस पोर्ट को भारत को अफगानिस्तान और मध्य एशियाई देशों जैसे उज़्बेकिस्तान, कज़ाकिस्तान से जोड़ने वाले एक महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्ग के रूप में डिजाइन किया गया है। चाबहार पोर्ट प्रस्तावित International North-South Transport Corridor (INSTC) का भी हिस्सा है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि व्यापार समझौते के लिए अमेरिका के साथ भारत की बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि भारत रूसी तेल कंपनियों पर हाल ही में लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभावों का अध्ययन कर रहा है।

अफगानिस्तान की संप्रभुता के लिए जताई प्रतिबद्धता

भारत ने यह भी कहा है कि वह अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। भारत का यह बयान अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच आया है। इस महीने की शुरुआत में काबुल पर पाकिस्तानी हवाई हमले के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष शुरू हो गया था। अफगानिस्तान ने हमले का कड़ा जवाब दिया जिसके बाद संघर्ष बढ़ गया। 

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