भारत ने बांग्लादेश के इस दावे को पुरजोर ढंग से खारिज कर दिया है कि त्रिपुरा में तीन बांग्लादेशी नागरिकों की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या की गई। भारत ने कहा कि इन लोगों की मौत भारतीय सीमा के अंदर जानवर चोरी करने की कोशिश के दौरान हुए विवाद में हुई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा, “बांग्लादेश के तीन बदमाशों के एक समूह ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की और भारतीय क्षेत्र के बिद्याबिल गांव से जानवर चुराने की कोशिश की।” जायसवाल इस मुद्दे पर मीडिया के एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
तस्करों ने किया ग्रामीणों पर हमला
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “उन्होंने (बांग्लादेशी तस्करों ने) स्थानीय ग्रामीणों पर लोहे की रॉड और चाकुओं से हमला किया और उन्हें घायल कर दिया और एक ग्रामीण की हत्या कर दी। अन्य ग्रामीण वहां पहुंचे और उन्होंने हमलावरों का विरोध किया।”
जायसवाल ने कहा कि स्थानीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, जहां दो तस्करों के शव मिले जबकि तीसरे तस्कर ने अगले दिन अस्पताल में दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि तीनों के शव बांग्लादेशी पक्ष को सौंप दिए गए हैं और पुलिस ने भी मामला दर्ज कर लिया है।
युद्ध रुकने के बाद भी इजरायल ने गाजा में क्यों की गोलीबारी? 6 फिलिस्तीनियों की मौत
जायसवाल ने कहा कि इस घटना से पता चलता है कि बांग्लादेश को अंतरराष्ट्रीय सीमा की मान्यता को बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए और जहां जरूरत हो वहां सीमा पर बाड़ लगाने में सहयोग करना चाहिए जिससे सीमा पार से होने वाले अपराध और तस्करी को रोका जा सके।
बांग्लादेश ने दर्ज कराया था विरोध
इससे पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने इस घटना को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया था और कहा था कि यह घटना मानवाधिकारों और कानून के शासन का गंभीर उल्लंघन है। ढाका ने भारत से इस घटना की तत्काल निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करने का भी आग्रह किया था।