India Independence Day 15 August 2024: देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, एक बार फिर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल कर रहा है और धीरे-धीरे सैन्य उपकरणों के वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि एक समय था जब रक्षा बजट का अधिकांश हिस्सा विदेश से सैन्य साजो-सामान खरीदने के लिए उपयोग किया जाता था, लेकिन उनकी सरकार ने स्वदेशी रक्षा उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किया।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरे देशवासियों जब मैं कहता हूं कि परिवारवाद, जातिवााद भारत के लोकतंत्र को नुकसान कर रहा है… देश को राजनीति को हमे परिवार-जातिवाद से मुक्ति दिलवानी होगी… नए भारत में एक मिशन यह भी है कि हम जल्द से जल्द देश में, राजनीतिक जीवन में, एक लाख ऐसे नौजवान को आगे लाएं जिनके परिवार में किसी का भी कोई राजनीतिक बैकग्राउंड ना हो.. जिसका माता-पिता, चाचा-चाची कोई राजनीति में ना हो…चाहे वो पंचायत में आए,लोकसभा में आएं…कोई भी प्रकार का पूर्व राजनीतिक इतिहास नहीं होना चाहिए….जरूरी नहीं है कि एक ही दल में ऐसा हो.. जिस दल में जाना है वहां जाएं…आने वाले दिनों में एक लाख ऐसे नौजवान खोजने चाहिएं जिनका कोई राजीतिक बैकग्राउंड ना हो… इससे नई सोच आएगी, लोकतंत्र समृद्ध होगा
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे संविधान को 75 वर्ष हो रहे हैं… ये देश को श्रेष्ठ बनाने में अहम रहा है… भारत के लोकतंत्र को मजबूत बनाने में इसका योगदान… दलितों को सुरक्षा देने का काम संविधान ने किया है… अब जब 75 वर्ष बनाने वाले हैं, अपने कर्तव्यों को समझना जरूरी है… कर्तव्य केंद्र के भी है… राज्य सरकारों के भी हैं.. हर संस्थान के हैं…लेकिन साथ साथ देश के 140 करोड़ लोगों के भी कर्तव्य हैं… सब अगर इसका पालन करेंगे तो सभी की रक्षा होगी…तब अधिकारों की रक्षा निहीत हो जाती है… अलग से प्रयास नहीं करना पड़ता.. मैं चाहता हूं कि इससे हमारा लोकतंत्र मजबूत होगा…
पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश को लेकर लोगों की चिंता समझता हूं.. हालात जल्दी ही सामान्य होंगे.. ऐसी उम्मीद है… वहां हिंदू, वहां के अल्पसंख्यक की सुरक्षा सुनिश्च हो… भारत हमेशा चाहता है कि पड़ोसी मुल्क शांति के मार्ग पर चले… हम आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा में अहम भूमिका निभाने वाले हैं… हम मानव भलाई के बारे में सोचने वाले लोग हैं…
पीएम मोदी ने कहा कि चुनौतियां भीतर भी हैं, चुनौतियां बाहर भी हैं… जैसे आगे बढ़ेंगे चुनौती बढ़ने वाली है, मैं इस बारे में जानता हूं… मैं ऐसी शक्तियों को कहना चाहता हूं कि हमने कभी दुनिया को युद्ध में नहीं झोंका.. इसलिए भारत के आगे बढ़ने से विश्व चिंतित ना हो… भारत के संस्कारों को समझें.. भारत के इतिहास को समझिए… लेकिन फिर भी मैं देश को कहना चाहता हूं कि चुनौती कितनी भी बड़ी हो… चुनौती को चुनौती देना भारत की फितरत में… ना हम रुकेंगे ना झुकेंगे.. हम संकल्पों की पूर्ति के लिए 140 करोड़ भारतीयों के भाग्य को निर्धारित करने के लिए मेहनत करने वाले हैं… बदनीयत वालों को अच्छी नीयत से जीतेंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि ये भी सच है कि कुछ लोग होते हैं जो प्रगति देख नहीं सकते… कुछ लोग भारत का भला सोच नहीं सकते… जब तक खुद का भला ना हो.. दूसरे का भला अच्छा नहीं लगता… ऐसे लोगों की कमी नहीं… ऐसे लोगों से बचना होगा… वो निराशा में डूबे हैं… मुट्ठी भर ऐसे लोगों को छोड़ दीजिए… ये विनाश का कारण बन जाते हैं.. अराजकता का मार्ग ले लेती है… देश को इससे बहुत हानी होती है… इसलिए ऐसे जो छिटपुट लोग हैं, उनसे सावधान… उनकी गोद में विकृति पल रही है…ये विनाश के सपने देख रही है, तोड़ने के प्रयास में लगी है… इसे समझना होगा… मैं तो देश को कहना चाहूंगा कि हम हमारी नेक नीयत से, ईमानदारी से देश सेवा करने वाले हैं, सभी का दिल जीतकर आगे बढ़ने वाले हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं पेरिस समझौता भूला नहीं हूं… मैं आज अपने देश की ताकत सभी को बता दूं.. जो जी20 के देश नहीं कर पाए, वो भारत ने कर दिखाया… जो टारगेट हमने सेट किया., समय से पहले हमने पूरा कर लिया.. वो एक मात्र हिंदुस्तान है… इसलिए गर्व होता है…हमने 2030 तक रीन्यूएबल एनर्जी पर 500 गीगावॉट तक ले जाने वाले हैं…लोग तो हैरान रह जाते हैं.. लेकिन हम ये भी करके रहेंगे… हमारे भविष्य की इससे सेवा होगी..
पीएम मोदी ने कहा कि चिंता की बातें भी आती हैं… मैं पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं कि समाज के नाते गंभीरता से सोचना होगा…बेटियों के प्रति जो भावना बन रही है… मैं उस आक्रोश को समझ रहा हूं… समाज को, देश को, राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा… महिलाओं के प्रति अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो…. ऐसे कृत करने वालों को कड़ी सजा मिले… ये जरूरी है… मैं ये भी बताना चाहूंगा कि जब बलात्कार की घटना होती है… मीडिया में चलता रहता है…लेकिन जब सजा मिलती है…उसकी चर्चा नहीं होती….ऐसा होना चाहिए जिससे आरोपियों के मन में डर पैदा हो… ये जरूरी है….
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों आज भी हमारे देश में मेडिकल एजुकेशन के लिए बच्चे बाहर जा रहे हैं… उनके लाखों करोड़ रुपये खर्च हो जाते हैं… पिछले 10 सालों में मेडिकल सीटों को एक लाख कर दिया है… आज मैं बता दूं अगले पांच सालों में मेडिकल लाइन में 75 हजार नई सीटें बनाई जाएं…मेरे देशवासियों विकसित भारत 2047 स्वस्थ्य भारत भी होना चाहिए… जो स्वस्थ्य भारत हो… उसके लिए बच्चों के पोषण पर ध्यान देना जरूरी है… उन पर विशेष ध्यान देना जरूरी… इसी वजह से राष्ट्रीय पोषण मिशन शुरू किया था… कृषि को भी ट्रांसफॉर्म करना जरूरी है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं लाल किले की प्राचीर से आप सभी का शुक्रिया अदा करता हूं… उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि नए जोश के साथ आगे बढ़ने वाले हैं… हमारे संस्कार में नहीं कि ऐसे ही शांत बैठ जाएं… हम आगे बढ़ने वाले लोग हैं.. विकास को साकार करने वाले लोग हैं, ये हमारा स्वभाव है… मेरे देशवासियों आज नई शिक्षा नीति बेहतर मात्रा में कई राज्यों ने लागू किया है… 21वीं सदी के अनुरूप शिक्षा नीति है… विकसित भारत के लिए जो जरूरत है, उसे ये पूरा करेगी…मैं नहीं चाहता कि देश का नौजवान विदेशों में पढ़ने के लिए मजबूर हो… लाखों रुपये खर्च कर वो बाहर जाए… ऐसी शिक्षा नीति होनी चाहिए कि युवाओं को विदेश ना जाना पड़े… भाषा के कारण देश के टैलेंट को रोकिए मत… भाषा बाधा नहीं बननी चाहिए… मातृभाषा के दम पर भी देश का युवा अपना सपना पूरा कर सकता
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा जो मध्यमवर्गी परिवार है…उसे क्वालिटी ऑफ लाइफ की उम्मीद रहती है… देश का दायित्व है कि उसकी उम्मीदों को पूरा किया जाए… मैंने तो सपना देखा है कि 2047 तक सामान्य मानवी के जीवन में सरकार की दखल कम कर देंगे…मेरे देशवासियों हम छोटी जरूरतों पर भी ध्यान देते हैं… फिर चाहे गरीब का चूल्हा या फिर मुफ्त इलाज… सभी तक लाभ पहुंचा है… जातियों से ऊपर उठकर लोगों तक जरूरी चीजें पहुंची हैं… हमने देशवासियों के लिए कई कानूनों को खत्म कर दिया… आज हमने जो आजादी की विरासत की बात की है… सदियों से हमारे पास जो क्रिमिनल लॉ थे, उसे हमने भारत सहिंता से बदल दिया है… नागरिकता को न्याय मिले.. इस पर जोर दिया है… ईज ऑफ ड्यूइिंग लिविंग को सुधारने पर जोर दिया है
पीएम मोदी ने कहा कि हम पूरे सामर्थ्य के साथ चल पड़ें, खिल पड़ें… सपनों को पाकर रहें…सिद्धियों को निकट देखें, उस दिशा में चलना है… कितना बड़ा बदलाव हुआ है…. हमारी 10 करोड़ बहनें वुमन सेल्फ ग्रुप से जुड़ी हैं… हमे गर्व हो रहा है कि सामान्य घर की 10 करोड़ महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं.. जो महिला आत्मनिर्भर बनती है… वो फैसले लेने में अपनी भागीदारी रखती है… मुझे गर्व है इस बात का… इस बात का भी गर्व है कि हमारे CEO दुनियाभर में अपनी धमक दिखा रहे हैं… हमारे लिए खुशी की बात है कि एक तरफ हमारे CEO दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं… दूसरी तरफ वुमन सेल्फ ग्रुप से एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन जाती हैं… दोनों ही खुशी की बात हैं
दुर्भाग्य ये था कि आजादी तो मिली लेकिन लोगों को एक प्रकार से माई बाप कल्चर से गुजरना पड़ा… सरकार से मांगते रहों… किसी की सिफारिश के लिए हाथ जोड़ते रहो…आज हमने गर्वनेंस के उस मॉडल को बदल दिया है… आज सरकार खुद उसके घर गैस का चूल्हा पहुंचाती है… आज सरकार खुद उसके घर पर सारी योजनाएं पहुंचाती है… आज सरकार खुद युवा के स्किल डेवलपमेंट के लिए बड़े कदम उठाती है…इसी तरह देश की प्रगति हो सकती है… साथियों देश में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं… नए सिस्टम पर देश का भरोसा भी बढ़ता रहता है… आज जो नौजवान है… उसने अपनी आंखों के सामने कई बदलाव देखे हैं.. उसके सपनों को आकार मिला है… उसकी आत्मविश्वास में नई चेतना जगी है… आज विश्वभर की नजर बदली है… युवाओं के लिए संभावनाओं के द्वार खुले हैं…संभावनाएं बढ़ती गई हैं… नए मौके मिले हैं… मेरे देश का युवा अब धीरे नहीं चलना चाहता…उसे इंक्रीमेंटल विकास नहीं चाहिए…. छलांग लगानी है उसे… मैं कहना चाहूंगा कि भारत के लिए ये गोल्डन एरा है…. हर तरह से ये स्वर्णिम काल खंड है…इसे हम जाने नहीं दे सकते… इसी मौके को पकड़कर अपने संकल्पों को लेकर चल पड़ेंगे…. विकसित भारत का लक्ष्य जरूर पूरा होगा
पीएम मोदी ने कहा कि ये नहीं भूलना चाहिए कि आजादी के दशकों बाद भी चलती है वाला एटीट्यूड चलता था…. मौका मिला है मौज कर लो…अपना समय निकाल लो… कोई बवाल ना हो जाए… पता नहीं क्यों गुजारा करने वाली भावना आ गई थी…. लोग तो कहते थे कि अब कुछ नहीं होने वाला…. हमे मानसिकता को तोड़ना होगा… हमने ये बदलने का प्रयास किया है…. लोग कहते थे कि अगली पीढ़ी के लिए क्यों काम करें… लेकिन देश का युवा बदलाव चाहता था…वो रीफॉर्म चाहता था… हमे जिम्मेदारी दी गई और हमने बड़े रीफॉर्म जमीन पर उतारे…. गरीब हो… मिडिल क्लास हो… बढ़ती आबादी, नौजवान के सपने हों… उनके जीवन में रीफॉर्म लाने का रास्ता हमने चुना… मैं देश को विश्वास दिलाता हूं रीफॉर्म के लिए जो प्रतिबद्धता है वो चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं…. मजबूरी में नहीं मजबूती में लाते हैं देश के रीफॉर्म
पीएम मोदी ने कहा कि युवा हो, बुजुर्ग हो.. गांव के लोग हों. शहर के लोग हैं, कामदार हों, दलित हो, आदिवासी हो, जंगल में रहने वाले लोग हों… हर किसी ने 2047 में विकसित भारत के लिए अनमोल सुझाव दिए हैं… मैं जब इन्हें देखता था तो काफी खुश होता था… कुछ लोगों ने कहा कि दुनिया का स्टील कैपिटल बनना जरूरी है… कुछ लोगों ने भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का सुझाव दिया.. कुछ लोगों ने भारत की यूनिर्विसीटी को ग्लोबल बनाने के लिए सुझाव दिया… कुछ लोगों ने कहा कि क्या आजादी के इतने सालों बाद मीडिया ग्लोबल नहीं होना चाहिए…लोगों ने सुझाव दिया कि भारत को जल्द से जल्द जीवन के हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए… कई लोगों ने सुझाव दिया कि हमारे किसान जो मोटा अनाज उगाता है… उसे हर घर तक पहुंचाना है… विश्व के पोषण को भी बल देना है, किसानों को सशक्त करना है… लोगों ने सुझाव दिया कि सरकारी रीफॉर्म की जरूरत है…कुछ लोगों ने माना कि न्याय के प्रति जो विलंब हो रहा है… उसमें परिवर्तन की जरूरत है…. किसी ने बढ़ती हुई प्राकृतिक आपदाओं के बीच कई अभियान चलाने की अपील की… लोगों ने सपना देखा है कि भारत का स्पेस स्टेशन जल्द से जल्द बनना चाहिए…. कोई कहता है कि अब देर नहीं होनी चाहिए… भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनना होगा
पीएम मोदी ने कहा कि मेरे देशवासियों आजादी से पहले के दिन याद करना जरूरी है… सैंकड़ों साल की गुलामी, कालखंड संघर्ष से भरा रहा, युवा, किसान, बुजुर्ग, आदिवासी, उन सभी ने गुलामी के खिलाफ जंग लड़ी…कितनी यातनाएं झेली गईं, लोगों के विश्वास को तोड़ने की कोशिश हुई। आजादी के पूर्व 40 करोड़ देशवासियों ने वो जज्बा दिखाया, वो समार्थ्य दिखाया, एक सपना लेकर चले, संकल्प लेकर चलते रहे, जूझते रहे… एक ही श्रद्धा वंदे मातरम, एक ही सपना था- भारत की आजादी का… हमे गर्व है कि उन्हीं का खून हमारी रगों में है… 40 करोड़ लोगों ने दुनिया की महा सत्ता को उखाड़ कर फेंक दिया
पीएम मोदी ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं में अनेक परिवारों ने अपने लोग खोए हैं, राष्ट्र ने भी नुकसान भोगा है, मैं आज उन सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि देश संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन शुरू हो गया है। उनकी तरफ से सभी महान पुरुषों को याद किया गया है, उन्होंने उनके योगदानों का जिक्र किया है। पीएम ने प्राकृतिक आपदाओं का जिक्र भी किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला लाल किले पर पहुंच चुका है। थोड़ी देर में वे ध्वजारोहण करने वाले हैं और फिर राष्ट्र के नाम संबोधन होगा। इस बार कई बड़े ऐलान संभव हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बधाई दी है। एक्स पर उन्होंने लिखा कि सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। जय हिंद!