गुजरात के जूनागढ़ की रहने वाली दो बहनें इजरायली सेना में शामिल होकर अपना दम ख़म दिखा रही हैं। दोनों बहनों में से एक बहन इजरायली सेना में यूनिट हेड की कमान संभाल रही हैं तो दूसरी अभी कमांडो की ट्रेनिंग ही ले रही है। ट्रेनिंग के बाद उसे इजरायली सेना में स्थाई कमांड दिया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के माणावदर तहसील में एक कोठड़ी गांव है। इस गांव के रहनेवाले जीवाभाई मूणियासिया काफी साल पहले अपने भाई सवदासभाई मूणियासिया के साथ इजरायल के तेलअवीव में जाकर बस गए थे। मूणियासिया बंधू तेल अवीव में किराना का कारोबार करते हैं। इस परिवार की दो बहनें निशा और रिया इजरायल की सेना में शामिल कर अपनी सेवाएं दे रही हैं।

निशा इजरायली सेना के कम्युनिकेशन और साइबर सिक्योरिटी विभाग में तैनात हैं और साथ ही वे फ्रंटलाइन यूनिट हेड की भी जिम्मेदारी संभाल रही हैं। जबकि रिया हाल ही में 12 वीं करने के बाद सेना में शामिल हुई हैं। फ़िलहाल वे सेना में ट्रेनिंग ले रही हैं। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही रिया को सेना में स्थाई कमांड दिया जायेगा।

इजरायल में 18 वर्ष से ऊपर के सभी व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से सेना में अपनी सेवाएं देनी पड़ती है। सिर्फ धार्मिक काम में शामिल व्यक्तियों, विकलांग या मनोरोगियों को इसमें छूट दी जाती है। साथ ही ओलिंपिक खेलों में शामिल होने वाले खिलाड़ियों, डांसरों और संगीतकारों को अपनी प्रतिभा विकसित करने के लिए सेवा अवधि में 75% तक की छूट मिलती है। पुरुषों को कम से कम दो साल आठ महीने और महिलाओं को दो साल की सेवा देनी होती है।

पिछले दिनों हमास और इजरायल के बीच चले लंबे संघर्ष पर विराम लग गया। संघर्ष विराम होने के बाद इजरायल में अल्पमत सरकार का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यानूह पर सत्ता से बाहर जाने का दवाब बढ़ रहा है। विपक्षी दलों के द्वारा एक नई गठबंधन बनाए जाने की कवायद तेज हो गई है। हालांकि सत्ता से अपदस्थ किए जाने के संभावनाओं पर बेंजामिन नेत्यानूह ने कहा है कि यह देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक होगा।