Gujarats garba dance: गुजरात के प्रसिद्ध गरबा डांस को भारत ने यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल करने के लिए नामित किया है। शनिवार को एक अधिकारी ने जानकारी दी कि इस नॉमिनेशन पर अगले साल के लिए नए नामांकन पर विचार किया जाएगा। वहीं यूनेस्को के सचिव ऐरिक फॉल्ट ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत में पिछले साल दुर्गा पूजा को शामिल किया गया था, इसके बाद अब गरबा को नामित किया गया है।

बता दें कि फॉल्ट के मुताबिक अगले साल वर्ष 2023 में गुजरात का गरबा डांस यूनेस्को की धरोहर सूची में शामिल हो सकता है। यूनेस्को टिम कर्टिस ने पिछले साल दिसंबर में बंगाल के दुर्गा पूजा उत्सव को यूनेस्को टैग दिए जाने को चिह्नित करने के लिए नेशनल म्यूजियम में आयोजित एक कार्यक्रम में जानकारी दी।

कर्टिस ने बताया कि अगले वर्ष के सत्र में नए नामांकन पर विचार किया जाएगा। 2023 के बीच में मूल्यांकन कमेटी द्वारा नामांकन फाइलों की जांच की जाएगी और अगले साल के अंत तक समिति के 2023 सत्र में इसपर फैसला किया जाएगा। कर्टिस ने अपने संबोधन के दौरान समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत के लिए भारत की प्रशंसा की।

बता दें कि भारत में मौजूदा समय में 14 सांस्कृतिक विरासत हैं जो इस सूची में शामिल हैं। इसमें रामलीला, वैदिक मंत्र, कुंभ मेला और हाल ही में शामिल हुई कोलकाता की दुर्गा पूजा हैं। पेरिस, फ्रांस में आयोजित समिट के 16वें सत्र में कोलकाता की दुर्गा पूजा को इस सूची में शामिल होने का सम्मान देश को मिला था। इसमें दुर्गा पूजा की सराहना हुई थी।

यूनेस्को के सचिव ऐरिक फॉल्ट ने कहा कि भारत, शायद दुनिया के किसी भी देश की तुलना में अधिक सांस्कृतिक विरासत प्रथाओं की पेशकश करता है। इनमें से कई को संजोए रखने की जरूरत है। ऐसे में हम यूनेस्को में स्मारक और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में भारत सरकार के साथ मिलकर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि इन विरासतों के बार में कई बार पर्यटक नहीं जानते या फिर इनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं।