भारत को दुनियाभर में आज एक उभरती हुई ताकत माना जा रहा है। भारत की इस मजबूती के पीछे का कारण उसकी युवा जनसंख्या और विस्तृत मध्यम वर्ग को माना जा रहा है। अब ब्रिटेन की एक फाइनेंशियल सर्विस फर्म ने भी भारत के सुपर पॉवर बनने की संभावनाओं पर मुहर लगा दी है। दरअसल ब्रिटेन की फाइनेंशियल सर्विस फर्म Standard Chartered PLc ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया है कि साल 2030 तक भारत, अमेरिका को पछाड़कर दुनिया की दुसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। वहीं पहले नंबर पर चीन का कब्जा होगा।

रिपोर्ट के अनुसार, साल 2030 तक दुनिया का मौजूदा सिरमौर देश अमेरिका तीसरे स्थान पर लुढक जाएगा। चौथे स्थान पर इंडोनेशिया काबिज होगा, वहीं पांचवे नंबर पर तुर्की का स्थान होगा। स्टैंडर्ड चार्टर्ड के अर्थशास्त्रियों ने डेविड मान के नेतृत्व में तैयार किए गए नोट में कहा गया है कि हमारा विकास पुर्वानुमानों का दीर्घकालिक पूर्वानुमान एक मुख्य सिद्धांत को रेखांकित करता है। जिसके तहत दुनिया की जीडीपी में हिस्सेदारी रखने वाले देशों को अपनी जनसंख्या के शेयर और प्रति-व्यक्ति जीडीपी को आधार बनाया गया है।

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रिपोर्ट के अनुसार, भारत साल 2020 से 7.8 प्रतिशत की अनुमानित विकास दर से आगे बढ़ेगा। वहीं चीन की विकास दर साल 2030 तक 5 प्रतिशत के आसपास सिमट जाएगी। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि दुनिया की मौजूदा उभरती हुई ताकतें साल 2030 में टॉप 10 अर्थव्यवस्थाओं में से 7 स्थानों पर काबिज रहेंगी। रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि साल 2030 में चीन की अर्थव्यवस्था का आकार करीब 64.2 ट्रिलियन डॉलर के करीब होगी। वहीं दूसरे स्थान पर रहने वाला भारत 46.3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश होगा। वहीं अमेरिका की अर्थव्यवस्था 31.0 ट्रिलियन डॉलर की होगी।

बता दें कि भारत आज दुनिया का सबसे युवा देश माना जाता है, जिसकी जनसंख्या की औसत आयु करीब 27 वर्ष है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस कार्यबल के आधार पर भारत आने वाले सालों में तेजी से विकास करेगी। हालांकि इस संभावना में रोजगार एक ऐसी जरुरत है, जिसे भारत की सरकारों को पूरा करना ही होगा, तभी हम अपनी इस युवा जनसंख्या का सही फायदा उठा सकेंगे और देश की अर्थव्यवस्था को भी नई ऊंचाइयों पर ले जा सकेंगे।