India-China LAC News: आज दिवाली है और इस बार की दिवाली काफी खास है। एलएसी पर करीब साढ़े चार साल बाद दिवाली हैप्पी है। पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों से दोनों पक्षों के सैनिकों की वापसी पूरी होने के एक दिन बाद भारतीय और चीनी सैनिकों ने दिवाली के अवसर पर एक-दूसरे का मुंह मीठा किया। यह मिठाइयां केवल एक जगह नहीं बल्कि पांच जगह एक-दूसरे को दी गई हैं।
जहां-जहां पर एक दूसरे को मिठाइयां दी गई हैं। उनमें लद्दाख में चुशुल माल्डो और दौलत बेग ओल्डी, अरुणाचल प्रदेश में बंछा और बुमला व सिक्किम में नाथुला का नाम शामिल है। सेना के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि दिवाली के मौके पर एलएसी पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक-दूसरे को मिठाइयां दी गईं। गश्त के समझौते में डेपसांग मैदानों और डेमचोक से टेंपरेरी कैंप समेत सैन्य कर्मियों को हटाने और सैनिकों को अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में वापस बुलाने की बात कही गई थी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत-चीन मामले पर क्या कहा
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा, ‘भारत और चीन एलएसी के साथ कुछ क्षेत्रों में मतभेदों को सुलझाने के लिए कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर बातचीत कर रहे हैं। वार्ता के नतीजों के मुताबिक, समान और पारस्परिक सुरक्षा के आधार पर एक व्यापक सहमति विकसित हुई है। इस सहमति में पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त और चराई के अधिकार शामिल हैं।’
पटरी पर लौट रहे भारत-चीन के रिश्ते? बीजिंग ने भी मानी LAC से पीछे हटने की बात
इतना ही नहीं उन्होंने कहा, ‘इस आम सहमति के आधार पर, सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। हमारा प्रयास इस मामले को सैनिकों के पीछे हटने से आगे ले जाने का होगा, लेकिन इसके लिए हमें थोड़ा और इंतजार करना होगा।’
भारत और चीन सबसे लंबी सीमा करते हैं साझा
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बता दें कि भारत और चीन दुनिया की सबसे लंबी सीमा साझा करते हैं। इसको एलएसी कहते हैं। यह करीब 3488 किलोमीटर लंबा बार्डर है। ये इतना लंबा बॉर्ड है कि इसको लेकर भारत और चीन, लद्दाख से लेकर अरुणाचल तक कई हिस्सों में अपने अलग-अलग दावे करते हैं और इससे तनाव की स्थिति बढ़ जाती है। लेकिन समझौते के बाद में देपसांग और डेमचोक में दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट चुकी हैं।