गलवान घाटी में बीती 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के दौरान भारतीय जवानों ने चीनी सेना के जिस टेंट को उखाड़ दिया था। अब सैटेलाइट इमेज से खुलासा हुआ है कि चीनी सेना ने फिर से PP14 इलाके में अपना तंबू गाड़ दिया है। कई रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों का कहना है कि चीन सेना की तरफ से भारतीय इलाके में घुसपैठ की गई है, हालांकि सरकार की तरफ से अभी तक इसे नकारा जा रहा है। जिस पर पूर्व सैन्य अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की है।

लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) एचएस पनाग का कहना है कि “यह हैरान करने वाला है कि हम अभी तक भी चीजों को नजरअंदाज कर रहे हैं। एचएस पनाग ने कहा कि यदि सैटेलाइट इमेज का विश्लेषण कर जो चीजें सामने आ रही हैं, वो गलत हैं तो ऐसे में सरकार को हेलीकॉप्टर में बिठाकर मीडिया को बॉर्डर पर ले जाना चाहिए और उन्हें ग्राउंड रियल्टी दिखानी चाहिए।”

बता दें कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। इनमें दो बार कमांडर लेवल की बातचीत भी शामिल हैं। जिनमें दोनों पक्ष पीछे हटने को राजी हो गए थे। हालांकि चीन की तरफ से अभी तक कई विवादित जगहों से अपनी सेना को पीछे नहीं हटाया गया है।

रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल पनाग ने द टेलीग्राफ के साथ बातचीत में बताया कि “हॉट स्प्रिंग में अभी तक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है, जहां चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों की पेट्रोलिंग को रोक दिया गया था। फिंगर 4 और फिंगर 8 के बीच का करीब 8 किलोमीटर का इलाका भी चीन के कंट्रोल में है। जहां चीन ने मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर बना लिया है।”

एचएस पनाग के अनुसार, “करीब 40 वर्ग किलोमीटर का हमारा इलाका, जहां हम अप्रैल से पहले तक पेट्रोलिंग करते थे, वो अब चीनी सेना के कब्जे में है।”

बता दें कि चीन की तरफ से अब पूरी गलवान घाटी पर अपना दावा ठोक दिया गया है। हालांकि भारत इससे इंकार कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि चीन से लगती सीमा पर कई जगह विवाद रहा है लेकिन गलवान घाटी को लेकर कभी कोई विवाद नहीं रहा है। अधिकारियों के अनुसार, चीन ने सीमा पर कई जगह एक साथ भारतीय इलाके में घुसपैठ की है और अब चीन ने दौलत बेग ओल्डी के नजदीक स्थित देपसेंग इलाके में भी एक नया मोर्चा खोल दिया है।