India-China Relations: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग सेक्टर (Tawang Sector) में भारतीय और चीनी सेना के बीच के झड़प पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के संसद में बयान को पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने खोखला और नीरस बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर आरोप लगाया कि वे चीन का नाम लेने से भी डरते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को संसद में चर्चा की अनुमति देनी चाहिए।

रक्षा मंत्री ने जो जानकारी दी, वो अखबारों में पहले से है: पी चिदंबरम

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह राजनाथ के बयान से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आज सुबह अखबारों में जो छपा, उससे ज्यादा उन्होंने कुछ नहीं कहा। पी चिदंबरम ने आगे कहा, “मुझे सुबह 6 बजे समाचार पत्रों से जो जानकारी मिली। रक्षा मंत्री ने दिन में 12.30 बजे उससे अलग और अधिक क्या जानकारी दी है। कोई समाचार पत्रों से भी यह सब पढ़ सकता है। वास्तव में, यह पूरी तरह से नीरस और खोखला बयान था। संसद के सदस्यों को और क्या जानकारी दी गई है। आप रक्षा मंत्री से स्पष्टीकरण लेना चाहते थे।”

पूछा, चीन को घुसपैठ से रोकने के लिए क्या कर रही सरकार

उन्होंने यह भी कहा, “मैं पूछता हूं… ऐसा कैसे होता है कि चीन घुसपैठ की तारीख, समय और जगह चुनता है और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। 2020 में गलवान में ऐसा ही हुआ था। उसके बाद हर घुसपैठ चीन की पसंद के समय, जगह और तारीख पर हुई है। तो, आप चीन को समय-समय पर ऐसी घुसपैठ करने से रोकने के लिए क्या कर रहे हैं?”

राजनाथ सिंह का संसद में बयान

बता दें कि तवांग झड़प पर रक्षा मंत्री ने मंगलवार (13 दिसंबर 2022) को लोकसभा में बयान द‍िया था। रक्षा मंत्री स‍िंह ने कहा कि हमारे किसी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई है, न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। उन्होंने कहा, “9 दिसंबर को तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में PLA के सैनिकों ने अतिक्रमण किया और यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया। इस प्रयास का हमारे सैनिकों ने दृढ़ तरीके से सामना किया। हमारे सैनिकों ने बहादुरी से पीएलए को हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण करने से रोका और उन्हें अपनी पोस्ट पर वापस जाने के लिए मजबूर किया।”