भारत-चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर बने तनाव के दौरान चीनी सेना को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सैनिक शारीरिक और दिमागी फिटनेस के लिए प्लान-190 के तहत एक्सरसाइज करते हैं। जिसमें आक्रामक डिफेंस, मेडिटेशनल एक्सरसाइज होती हैं। इसके पीछे का मकसद यह है कि चीन को सैन्य क्षमता का प्रयोग ना करने के समझौते को बिना तोड़ते हुए करारा जवाब दिया जा सके।

बता दें कि एलएसी पर जिस तापमान और भू-भाग पर चीनी सेना का सामना होता है, उस परिस्थिति में भारतीय सेना के जवान ‘प्लान-190’ के तहत एलएसी पर बूमला से करीब 2 किलोमीटर दूर 15 हजार फीट की ऊंचाई पर विशेष अभ्यास करते हैं। यह अभ्यास हर सुबह और हर मौसम में किया जाता है। प्लान-190 में भारतीय सैनिक हर रोज 160 बार फिजिकल एक्सरसाइज करते हैं।

इसमें 40 बार पुशअप्स, 40 स्क्वॉट्स, 40 चिनअप्स और 40 सिटअप होते हैं। इसके अलावा मानसिक रूप से फिट रहने के लिए 20 मिनट की अग्रेसिव ट्रेनिंग भी शामिल है। इस दौरान सैनिक आपस में गुत्थम गुत्था लड़ाई का अभ्यास करते हैं। वहीं 10 मिनट की मेडिटेशनल एक्सरसाइज भी प्लान-190 का हिस्सा है।

दरअसल, इस अभ्यास का मकसद चीनी सेना को बिना हथियारों के करारा जवाब देना है। करीब 2 डिग्री सेल्सियस तापमान और ठंड में बारिश के बीच भारतीय सैनिकों की यह ट्रेनिंग चीनी सेना से मुकाबला करने में उन्हें बेहद आक्रामक बनाती है। सैनिकों को दी जाने वाली सामान्य ट्रेनिंग से यह ट्रेनिंग पूरी तरह से अलग है।

यहां सैनिकों को एक खास किस्म का सूट दिया जाता है। सूट की डिजाइन ऐसी होती है कि जवान पेड़, पत्तों और घास में सरलता से छिप सके। इस अभ्यास में सैनिक भारी भरकम टायर उठाने और फेंकने की ट्रेनिंग करते हैं। इसमें लकड़ी को काटने और हथौड़े से वार करने की भी प्रैक्टिस होती है।

दरअसल भारत और चीन के बीच तनाव के किसी भी स्तर पर सैन्य क्षमताओं का प्रयोग ना करने को लेकर समझौता हुआ है। 29 नवंबर 1996 को हुए समझौते के मुताबिक दोनों ही पक्ष एक-दूसरे के ख़िलाफ़ किसी तरह की ताक़त का प्रयोग, या धमकी नहीं देंगे। इस समझौते में एलएसी पर पेट्रोलिंग के दौरान किसी भी स्थिति में तनाव कम करने की कोशिश किए जाने की बात कही गई है।

ऐसे में जब भी दोनों सेना के जवानों के बीच आमना सामना होता है तो अक्सर धक्का- मुक्की होती है और यह बढ़कर कई बार गुत्थम -गुत्था की लड़ाई तक भी पहुंच जाती है। इसी को लेकर भारतीय सेना प्लान-190 के तहत बिना हथियारों की लड़ाई का अभ्यास कर खुद को और सशक्त कर रही है।