चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के बीच यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। भारत और चीन के बीच पिछले 6 सालों से रिश्ते अच्छे नहीं थे लेकिन अब तेजी से पटरी पर लौट रहे हैं। दोनों देश फिर से बातचीत शुरू करने, सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने और व्यापार और निवेश फ्लो बढ़ाने पर सहमत हुए। ये सभी कदम साल 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद से तनावपूर्ण संबंधों में सुधार का संकेत है।

अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री के बीच बैठक

भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देश एक-दूसरे की चिंताओं का समाधान करते हुए मैत्रीपूर्ण परामर्श के माध्यम से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए मिलकर काम करेंगे। दोनों देशों में नई दिल्ली में सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों की 24वें दौर की वार्ता भी हुई। इस बैठक में एनएसए अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी शामिल हुए।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देश तीन बिंदुओं पर सीमा व्यापार को फिर से खोलने और सहयोग को मजबूत करने और एक-दूसरे की चिंताओं का समाधान करने पर भी सहमत हुए हैं। एससीओ समिट के लिए पीएम मोदी गलवान के टकराव के बाद पहली बार चीन दौरे पर होंगे। जून 2020 में गलवान में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़पों और सीमा गतिरोध के बाद बातचीत के लिए डोभाल पिछले साल दिसंबर में चीन गए थे।

ट्रंप टैरिफ विवाद के बीच चीन जाएंगे पीएम मोदी, NSA अजीत डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री से बैठक में इन मुद्दों पर की बातचीत

पीएम मोदी ने क्या कहा?

वहीं पीएम मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली में चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने दिन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बातचीत की थी। बैठक के बाद मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पिछले साल कज़ान में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी बातचीत के बाद से, भारत-चीन संबंधों ने एक-दूसरे के हितों और संवेदनशीलता के सम्मान से प्रेरित होकर लगातार प्रगति की है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि स्थिर और रचनात्मक भारत-चीन संबंध क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए महत्वपूर्ण हैं। पीएम ने कहा कि वह तियानजिन में आगामी एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने के लिए उत्सुक हैं। सोमवार को दिल्ली पहुंचे वांग ने एससीओ बैठक के लिए मोदी को शी जिनपिंग का संदेश और निमंत्रण दिया।