लद्दाख के पैंगोंग इलाके में भारत चीन के बीच टकराव की स्थिति सबसे ज्यादा बनी हुई है। हालांकि भारत के लिए अच्छी बात ये है कि यहां भारतीय सेना मजबूत स्थिति में है और रणनीतिक रूप से अहम स्थानों पर मोर्चा संभाल चुकी है। फिलहाल बातचीत से विवाद को सुलझाने की कोशिशें जारी हैं लेकिन यदि चीन नहीं मानता है तो चीन के कब्जे वाले स्थानों को खाली कराने के लिए सेना कार्रवाई भी कर सकती है।

वहीं एलएसी पर भारतीय सेना द्वारा आक्रामक रुख अपनाए जाने से चीन पर पीछे हटने का दबाव बढ़ा है। इस समय पूरी दुनिया में चीन के खिलाफ माहौल बना हुआ है। यही वजह है कि यदि एलएसी पर हालात बिगड़ते हैं तो इसकी जिम्मेदारी चीन पर आ जाएगी। विश्व समुदाय भी चीन के खिलाफ लामबंद हैं।

भारत में सीमा पर सड़कों और हाईवे का निर्माण करने वाले बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) के कर्मचारी इस वक्त लद्दाख में 24 घंटे काम में जुटे हैं, ताकि चीन के साथ तनाव की स्थिति में सेना के लिए हथियारों और मशीनरी पहुंचाने में किसी भी तरह की देरी न आए। बीआरओ लेह में दिन-रात उन सभी सड़कों का निर्माण कर रहा है, जो भूस्खलन या किसी अन्य कारण से बंद पड़ी हैं। इसके लिए बीआरओ ने कर्मचारियों की संख्या में भी इजाफा किया है।

 

Live Blog

08:22 (IST)07 Sep 2020
रक्षा मंत्री का ईरान दौरा बेहद अहम

मॉस्को में शंघाई कॉ-ऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की मीटिंग में शामिल होने के बाद भारतीय रक्षा मंत्री वहां से सीधे ईरान पहुंचे थे। राजनाथ सिंह के ईरान दौरे को बेहद अहम माना जा रहा है। दरअसल अमेरिका हमले में ईरानी कमांडर सुलेमानी के मारे जाने के बाद किसी भारतीय रक्षा मंत्री का पहला ईरानी दौरा है। पाकिस्तान की तुलना में भी ईरान के भारत के साथ संबंध ज्यादा बेहतर रहे हैं।

07:40 (IST)07 Sep 2020
हर कुछ घंटे में लेह से उड़ान भर रहे भारतीय फाइटर जेट्स

भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों के बीच हुई बैठक के बाद भारतीय सेना ने विवादित क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के फाइटर जेट्स हर कुछ घंटे में लेह से उड़ान भर रहे हैं, ताकि चीन की किसी भी हरकत पर करीब से नजर रखी जा सके। बता दें कि चीनी रक्षा मंत्री की ओर से बैठक में एलएसी पर तनाव के लिए पूरी जिम्मेदारी भारत पर डाल दी गई थी। राजनाथ सिंह ने भी साफ किया था कि भारतीय सेना अपनी क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए दृढ़ संकल्प है। 

07:39 (IST)07 Sep 2020
चीन विवाद पर लोकसभा और राज्यसभा में जोरदार हंगामे के आसार

भारत और चीन के बीच लद्दाख से लगी एलएसी पर तनाव जारी है। इस बीच विपक्ष ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को संसद में घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष के नेता राष्ट्र सुरक्षा, सीमा पर जारी तनाव और अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों को लोकसभा और राज्यसभा में उठाने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए विपक्षी नेताओं का एक दल इस हफ्ते के अंत तक बैठक कर सकता है।

06:10 (IST)07 Sep 2020
वर्तमान हालात में बीएसएफ की भूमिका बेहद अहम : राकेश अस्थाना

बीएसएफ के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने रविवार को कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है क्योंकि ''हमारे पड़ोसी देश'' भारत के खिलाफ योजना बना रहे हैं। इस बयान को लद्दाख में चीन-भारत सीमा पर जारी गतिरोध और पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन के संदर्भ में देखा जा रहा है। बीएसएफ की ओर से रविवार रात को जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को जम्मू पहुंचे अस्थाना ने दौरे के समापन के तीसरे दिन नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास राजौरी और पुंछ जिलों के अग्रिम रक्षा स्थलों (एफडीएल) का दौरा कर वहां की वर्तमान परिस्थितियों का जायजा लिया।

05:10 (IST)07 Sep 2020
चीनी समूह ने दुर्घटनाग्रस्त हुए अमेरिकी विमान को झील से निकालने की योजना बनाई

चीन के एक समूह ने अमेरिकी पायलटों के दिग्गज समूह ''फ्लाइंग टाइगर्स'' से संबंधित एक लड़ाकू विमान को झील से निकालने के प्रयास की योजना बनाई है जोकि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने वांिशगटन के युद्ध में शामिल होने से पहले 19

04:05 (IST)07 Sep 2020
वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सुरक्षा बढ़ाई

इलाके में तैनात थल सेना की इकाई ने पीएलए की संबद्ध इकाई को कथित अपहरण के बारे में अपनी चिंताओं से अवगत कराने के लिये हॉटलाइन पर संदेश भेजे हैं। अरुणाचल प्रदेश के पांच लोगों के अपहरण की खबर ऐसे वक्त आई है, जब भारतीय थल सेना ने पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के मद्देनजर 3,400 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपनी तैनाती बढ़ा दी है।

03:04 (IST)07 Sep 2020
थल सेना ने अरुणाचल प्रदेश के पांच लोगों के कथित अपहरण का मुद्दा पीएलए के समक्ष उठाया

भारतीय थल सेना ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले से पांच लोगों का ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’ (पीएलए) के सैनिकों द्वारा कथित तौर पर अपहरण कर लिये जाने का मुद्दा चीनी सेना के समक्ष उठाया है। सैन्य सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।

02:04 (IST)07 Sep 2020
भारत और चीन के बीच हालात काफी खतरनाक: जनरल डीएस हुड्डा

2014 से 2016 तक भारतीय सेना के पूर्वी कमांड का नेतृत्व करने वाले जनरल डीएस हुड्डा ने कहा है कि भारत और चीन के बीच हालात काफी खतरनाक हैं और जमीन पर स्थितियां कभी भी नियंत्रण से बाहर हो सकती हैं। उन्होंने साफ किया कि आगे कोई भी बात इसी पर निर्भर होगी कि दोनों देश इस भड़काऊ स्थिति को कैसे संभालते हैं।

01:04 (IST)07 Sep 2020
सेना ने हॉटलाइन मैसेज से पीएलए से मांगा जवाब

भारत सरकार ने अरुणाचल प्रदेश से अगवा किए गए 5 भारतीय युवकों के मुद्दे पर चीन से जवाब मांगा है। दरअसल, एक दिन पहले ही कांग्रेस विधायक ने दावा किया था कि भारतीय और चीनी रक्षा मंत्रियों की बातचीत के बीच चीनी सेना ने पांच लड़कों का अपहरण कर लिया। जांच में इसकी पुष्टि भी हुई। अब केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने बताया है कि भारतीय सेना हॉटलाइन मैसेज के जरिए पीएलए से इस बारे में जवाब मांगा है।

22:26 (IST)06 Sep 2020
भारत और चीन के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की बातचीत हुई

भारत और चीन की सेनाओं के बीच रविवार को पूर्वी लद्दाख में ब्रिगेड कमांडर स्तर की वार्ता हुई। बताया गया है कि इसमें दोनों पक्षों के बीच एक बार फिर तनाव कम करने और सेनाओं को पीछे हटाने की बात हुई। यह बातचीत करीब 4 घंटे तक चली। हालांकि, इसका कोई खास नतीजा नहीं निकला। फिलहाल एलएसी पर हालात नाजुक बने हुए हैं।

21:54 (IST)06 Sep 2020
चीनी विशेषज्ञों की राय- चीन को मिलने वाले सैन्य फायदों की वजह से युद्ध से बचे भारत

चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, चीन के कई विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन की अस्थिर इच्छाशक्ति और सैन्य फायदे भारत को सीमा क्षेत्र में सीधे टकराव से बचने के लिए मजबूर कर सकते हैं। शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज के इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस के फैलो रिसर्च हू झाइयोंग ने शनिवार को ग्लोबल टाइम्स को बताया कि यह बैठक सकारात्मक संकेत थी क्योंकि दोनों पक्ष गंभीर तनावों को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।

21:21 (IST)06 Sep 2020
राजनाथ सिंह की ईरान यात्रा से चीन पर दबाव

रूस में भारत के साथ बातचीत के बाद क्या रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ईरान यात्रा से चीन तनाव में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीमा विवाद के मुद्दे पर भारत को ईरान का साथ मिला है। इस मुलाकात के जरिये भारत ने अपने पड़ोसी देश को कूटनीतिक संदेश दे दिया है। अपनी ईरान यात्रा के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने  कहा कि ईरानी रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल आमिर हतामी के साथ हुई उनकी मुलाकात ‘‘अत्यंत सार्थक’’ रही और इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने तथा अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने संबंधी अपनी तीन दिवसीय मॉस्को यात्रा के समापन के बाद लौटते हुए शनिवार को तेहरान पहुंचे थे। उन्होंने मॉस्को में रूसी, चीनी और मध्य एशियाई देशों के समकक्षों से द्विपक्षीय वार्ता की थी। 

20:49 (IST)06 Sep 2020
नहीं मान रहा ‘ड्रैगन’, गलवान खूनी झड़प के बाद चीन ने 60 फीसदी बढ़ा ली सेना

चीन ने लद्दाख स्थित एलएसी पर अपनी ओर से माहौल को ठंडा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। बल्कि आक्रामक रवैया अपनाते हुए सेनाओं को न सिर्फ कब्जे वाले इलाकों पर तैनात रखा है, बल्कि सैनिकों की संख्या में भी इजाफा किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच हुई खूनी झड़प के बाद से एलएसी पर सैनिकों की संख्या 60 फीसदी तक बढ़ा चुका है। पढ़ें पूरी खबर...

20:18 (IST)06 Sep 2020
भारत-चीन के बीच नियंत्रण से बाहर जा सकते हैं हालातः पूर्व जनरल

2014 से 2016 तक भारतीय सेना के पूर्वी कमांड का नेतृत्व करने वाले जनरल डीएस हुड्डा ने कहा है कि भारत और चीन के बीच हालात काफी खतरनाक हैं और जमीन पर स्थितियां कभी भी नियंत्रण से बाहर हो सकती हैं। उन्होंने साफ किया कि आगे कोई भी बात इसी पर निर्भर होगी कि दोनों देश इस भड़काऊ स्थिति को कैसे संभालते हैं।

19:47 (IST)06 Sep 2020
एक्सपर्ट्स की चेतावनी- भारत-चीन के बीच युद्ध तक बढ़ सकता है टकराव

भारत और चीन के बीच एलएसी पर हालात तनावपूर्ण हैं। सेना प्रमुख से लेकर विदेश सचिव तक कह चुके हैं कि ऐसे हालात पहले कभी नहीं रहे। इस बीच एक्सपर्ट्स ने भी चेतावनी दी है कि दोनों देश किसी अनजान गलती की वजह से युद्ध में पड़ सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले कुछ महीनों में एलएसी में हालात काफी अप्रत्याशित हो चुके हैं, जिससे किसी छोटी से गलती से युद्ध का रूप ले सकती है।

19:09 (IST)06 Sep 2020
अरुणाचल प्रदेश से अपह्रत 5 युवकों के बारे में भारत ने चीन से मांगा जवाब

भारत सरकार ने अरुणाचल प्रदेश से अगवा किए गए 5 भारतीय युवकों के मुद्दे पर चीन से जवाब मांगा है। दरअसल, एक दिन पहले ही कांग्रेस विधायक ने दावा किया था कि भारतीय और चीनी रक्षा मंत्रियों की बातचीत के बीच चीनी सेना ने पांच लड़कों का अपहरण कर लिया। जांच में इसकी पुष्टि भी हुई। अब केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने बताया है कि भारतीय सेना हॉटलाइन मैसेज के जरिए पीएलए से इस बारे में जवाब मांगा है।

18:39 (IST)06 Sep 2020
विपक्ष संसद में जोर-शोर से उठाएगा एलएसी पर तनाव का मुद्दा

भारत में विपक्षी पार्टियों ने संसद में सरकार को घेरने के लिए मुद्दे तय कर लिए हैं। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी पार्टियां राष्ट्रीय सुरक्षा, जैसे सीमा पर हालात और कोरोना महामारी से देश में उपजी स्थिति, अर्थव्यवस्था और जीएसटी के मुद्दे को दोनों सदनों में उठाएंगी। बताया गया है कि इसके लिए अलग-अलग दलों के नेता इस हफ्ते के अंत तक बैठक कर सकते हैं।

18:09 (IST)06 Sep 2020
चीन की चिप बनाने वाली कंपनी पर प्रतिबंध लगा सकता है अमेरिका

अमेरिका अब चीन से सीधी टक्कर लेने के मूड में दिख रहा है। ट्रंप सरकार अब चीन की सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी एसएमआईसी को प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है। रक्षा विभाग चीन की टेक कंपनियों को अमेरिका की साइबर सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा मानता है। ऐसे में वह चीन पर दबाव बनाने के लिए उसकी कंपनियों को बंद करने की बात कहता रहा है। कुछ दिन पहले ही अमेरिका में टिकटॉक को बंद करने की बात भी चल रही थी। फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट ने उसे खरीदने की मंशा जताई है।

17:36 (IST)06 Sep 2020
भारत-चीन दोनों ही कर चुके हैं एक इंच जमीन न छोड़ने की बात

गौरतलब है कि भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों की बैठक से लद्दाख में तनाव कम करने का कोई खास नतीजा नहीं निकला है। दोनों ही देशों ने साफ किया है कि वे अपनी एक इंच जमीन का समझौता नहीं करेंगे। जहां चीनी रक्षा मंत्री वी फेंग की ओर से तनाव की पूरी जिम्मेदारी भारत पर डाली गई। वहीं राजनाथ सिंह ने साफ किया कि भारतीय सेना पूरी तरह जिम्मेदार है और क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा करने में सक्षम भी।

17:06 (IST)06 Sep 2020
चीन का सामना करने के लिए हिंद-प्रशांत महासागर में चार देशों का गठबंधन संभव

हिंद-प्रशांत महासागर में चीन के उभरते खतरे से निपटने के लिए अमेरिका ने भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ क्वाड देशों के संबंधों को औपचारिक रूप देने का प्रस्ताव रखा है। अब जापान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के गृह विभाग के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि इन चार देशों के बीच मजबूत होते रणनीतिक संबंधों को औपचारिक रूप देने का प्लान बनाया जा रहा है ताकि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन को टक्कर दी जा सके।

16:33 (IST)06 Sep 2020
ओवैसी का तंज- सीमा पर तनाव के बीच मोर से खेलने में व्यस्त हैं पीएम?

भारत-चीन के बीच जारी सीमा विवाद के बीच AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तंज कसा है। ओवैसी ने सवाल पूछा है कि क्या हमारे प्रधानमंत्री अपने आवास (प्रधानमंत्री आवास) के बगीचे में मोरों के साथ खेलने में इतने व्यस्त हैं कि लद्दाख में चीन द्वारा कब्जाई गई 1000 वर्ग किलोमीटर जगह पर बोलने के लिए उनके पास समय नहीं है। बता दें कि भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों की दो दिन पहले बैठक हुई थी। हालांकि, पीएम मोदी की तरफ से इस पर कोई बयान नहीं आया है।

16:02 (IST)06 Sep 2020
ग्लोबल टाइम्स का ट्वीट- पीएम मोदी और भाजपा पर विपक्ष का दबाव

चीन की कम्युनिस्ट सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि चीन के साथ सीमा पर तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर भारी दबाव है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी नाकाम घरेलू शासन और जोखिमभरी विदेश नीति के लिए भाजपा सरकार को हिलाना चाहती है।

15:28 (IST)06 Sep 2020
भारत-चीन सीमा पर हालात बहुत खराब हैं : ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देते हुए कहा कि भारत-चीन सीमा पर हालात ‘‘बहुत ही खराब’’ हैं और चीन अधिक मजबूती के साथ ‘‘इसे बढ़ाने जा रहा है’’। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में शामिल होना और मदद करने चाहेंगे। व्हाइट हाउस में ट्रंप ने कहा, ‘‘सीमा पर चीन और भारत के बीच हालात बहुत खराब हैं।’’ ट्रंप ने दोहराया कि वह इस बारे में भारत और चीन दोनों से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के संबंध में, हम मदद करने के लिए तैयार हैं। अगर हम कुछ कर सकते हैं, तो हम उसमें शामिल होना और मदद करना चाहेंगे।

14:57 (IST)06 Sep 2020
भू-राजनीतिक जोखिमों को कम करने के लिए चीन से निकल रही हैं कंपनियां

वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने कहा है कि भू-राजनीतिक जोखिमों को कम करने के लिए कई कंपनियां चीन से अपने कारखानों को अन्य देशों में ले जा रही हैं। सियाम के नवनियुक्त अध्यक्ष केनिची आयुकावा ने कहा कि वाहन और कलपुर्जा क्षेत्र को उस निवेश को भारत लाने का प्रयास करना चाहिए या फिर उनके साथ गठजोड़ के जरिये देश में उत्पादन बढ़ाना चाहिए।

14:29 (IST)06 Sep 2020
पैंगोंग झील के दक्षिण में अहम स्थानों पर भारतीय सैनिक तैनात

भारत ने पैंगोंग झील के दक्षिण में रणनीतिक रूप से अहम कई ऊंचाई वाले स्थानों पर सैनिक तैनात किये हैं और चीन की किसी कार्रवाई का मुकाबला करने के लिए ‘फिंगर दो और फिंगर तीन’ पर भी अपनी स्थिति मजबूत की है। चीन ने भारत के इस कदम का विरोध किया है। हालांकि, भारत का कहना है कि रणनीति रूप से अहम चोटी एलएसी के इस पार यानी भारतीय हिस्से में है।

13:59 (IST)06 Sep 2020
भारत की सुरक्षा ‘विस्तारित पड़ोस’ में भी कायम रखी जाएगी : जनरल रावत

प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को कहा कि उभरते रक्षा परिदृश्य में न केवल उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर, बल्कि ‘‘विस्तारित पड़ोस’’ के रणनीतिक स्थान पर भी भारत की सुरक्षा कायम रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका के साथ अपने उभरते संबंधों को महत्व देता है और रूस के साथ अपने पारंपरिक संबंधों को मजबूत कर रहा है। देश इन दोनों शक्तियों के साथ एक परिपक्व और मजबूत रक्षा एवं सुरक्षा तंत्र साझा करता है।

13:36 (IST)06 Sep 2020
चीन के मारे गए थे 35 सैनिक, अमेरिकी रिपोर्ट का दावा

15 जून को गलवान में हुई दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में चीन की ओर से हताहतों की जानकारी नहीं दी गई थी। लेकिन अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक गलवान झड़प में चीन के 35 सैनिक मारे गए। इस झड़प के बाद सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया था।

13:05 (IST)06 Sep 2020
राजनयिक और सैन्य माध्यमों से चर्चा जारी रखनी चाहिएः राजनाथ

राजनाथ सिंह ने चीनी विदेश मंत्री वेई से कहा कि चीनी सैनिकों का कदम जैसे बड़ी संख्या में सैनिकों का जमावड़ा, आक्रामक व्यवहार और यथास्थिति को बदलने की एकतरफा कोशिश, द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन है। सिंह ने यह भी रेखांकित किया कि दोनों पक्षों को राजनयिक और सैन्य माध्यमों से चर्चा जारी रखनी चाहिए ताकि एलएसी पर यथाशीघ्र सैनिकों की पुरानी स्थिति में पूर्ण वापसी और तनाव में कमी सुनिश्चित की जा सके।

12:30 (IST)06 Sep 2020
आत्म-निर्भर भारत’ के नाम पर ‘आत्म-समर्पण भारत’ का अनुसरण कर रही है मोदी सरकार :येचुरी

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सभी सरकारी संस्थानों तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का निजीकरण करके ‘आत्म-निर्भर भारत’ के नाम पर ‘आत्म-समर्पण भारत’ की नीति का अनुसरण कर रही है। नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश नीति की आलोचना करते हुए येचुरी ने चीन के साथ जारी सीमा संकट के समाधान के लिए शांतिपूर्ण वार्ता के महत्व पर जोर दिया। येचुरी ने केंद्र सरकार पर कठोर कानूनों का इस्तेमाल कर और देशद्रोह के आरोप लगाकर विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश का भी आरोप लगाया।

11:48 (IST)06 Sep 2020
सीमा विवाद के कारण दोनों देशों के रिश्ते प्रभावितः चीन

बीजिंग में चीनी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि वेई ने सिंह को बताया कि सीमा विवाद के कारण हाल में दोनों देशों और दोनों सेनाओं के बीच रिश्ते गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं और दोनों रक्षा मंत्रियों के लिये यह जरूरी है कि वे आमने-सामने बैठकें कर सभी प्रासंगिक मुद्दों पर सौहार्दपूर्ण तरीके से विचारों का आदान-प्रदान करें।

11:20 (IST)06 Sep 2020
भारतीय सैनिकों ने अपनाया जिम्मेदार रुख

अधिकारियों ने बताया कि बातचीत के दौरान सिंह ने विशेष तौर पर गत कुछ महीनों में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी सहित एलएसी पर हुई गतिविधियों के बारे में भारत का रुख स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि सिंह ने स्पष्ट किया कि भारतीय सैनिकों ने सीमा प्रबंधन के मामले में हमेशा बहुत ही जिम्मेदार रुख अपनाया है, लेकिन साथ ही भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा की प्रतिबद्धता को लेकर भी कोई आशंका नहीं होनी चाहिए।

10:47 (IST)06 Sep 2020
सीमा विवाद के बीच सेवा क्षेत्र में विदेशी कंपनियों को चीन का न्योता

भारत के साथ सीमा विवाद के बीच चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने विदेशी कंपनियों के लिए अपने सेवा उद्योग को और खोलने की प्रतिबद्धता जताई है। चीन में अर्थव्यवस्था को महामारी पर नियंत्रण के गहन उपायों के साथ खोला जा रहा है। हालांकि, चीन के राष्ट्रपति ने इसका ब्योरा नहीं दिया लेकिन चीन के नेता पर्यटन, खुदरा और अन्य सेवाओं के विकास पर जोर दे रहे हैं। चीन के नेता चाहते हैं कि निर्यात और निवेश के बजाय आर्थिक वृद्धि को उपभोक्ता खर्च के जरिये बढ़ाया जाए।

10:09 (IST)06 Sep 2020
डोभाल और चीनी विदेश मंत्री में हुई थी बातचीत

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पांच जुलाई को करीब दो घंटे तक बातचीत की थी। यह बातचीत तब हुई थी जब 15 जून को भारत और चीनी सैनिकों के बीच गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई और भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए।

09:37 (IST)06 Sep 2020
भारतीय और रूसी नौसेना ने बंगाल की खाड़ी में लगातार दूसरे दिन संयुक्त सैन्य अभ्यास किया

भारतीय और रूसी नौसेना ने अपने अभियान समन्वय को और अधिक बढ़ाने के लिये बंगाल की खाड़ी में लगातार दूसरे दिन शनिवार को ‘इंद्र’ नौसेना अभ्यास किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह नौसेना अभ्यास ऐसे में किया जा रहा है, जब पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर तनाव बढ़ने के मद्देनजर हिंद महासागर में भारत अपने जंगी जहाजों की तैनाती बढ़ा रहा है।

09:11 (IST)06 Sep 2020
चीन के साथ गतिरोध पर देश को विश्वास में लें प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री: कांग्रेस

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आग्रह किया कि वह चीन के साथ चल रहे गतिरोध को लेकर देश को विश्वास में लें। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया कि चीन के साथ विभिन्न स्तरों पर हुई बातचीत का नतीजा क्या निकला? उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को चीन के रक्षा मंत्री से बातचीत की। इससे पहले विदेश मंत्री ने अपने चीनी समकक्ष से बात की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने अपने चीनी समकक्ष से दो बात की। राजदूत के स्तर पर कई बार बातचीत हुई। इन बातचीत का नतीजा क्या निकला?’’

08:26 (IST)06 Sep 2020
भाजपा का आरोप, कांग्रेस के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहा है चीन

भाजपा ने एक चीनी अखबार की खबर का हवाला देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और दावा किया कि भारत के दुश्मन विपक्षी दल के कंधे पर बंदूक रखकर देश पर हमले कर रहे हैं।भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने  इसे ‘‘भारत विरोधी’’ रुख का सटीक उदाहरण बताया और आरोप लगाया कि गांधी परिवार को चीन और उसके राष्ट्रपति शी जिनपिंग का समर्थन हासिल है।

07:53 (IST)06 Sep 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ईरान पहुंचे

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को तेहरान पहुंच गये जहां वह अपने ईरानी समकक्ष से मुलाकात कर द्विपक्षीय रक्षा संबंधों पर चर्चा करेंगे। इससे एक दिन पहले ही उन्होंने फारस की खाड़ी के देशों से अपने मतभेदों को परस्पर सम्मान के आधार पर बातचीत से सुलझाने का अनुरोध किया था। रूस की तीन दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद सिंह मास्को से तेहरान पहुंचे। उन्होंने मास्को में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया।

22:26 (IST)05 Sep 2020
एक इंच जमीन नहीं छोड़ेंगे हम- बोला चीन

भारत और चीन के बीच लद्दाख स्थित एलएसी पर तनाव चरम पर है। इस बीच दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच रूस के मॉस्को में शुक्रवार रात चर्चा हुई। हालांकि, चीन ने अपने चिर-परिचित अंदाज में मीटिंग खत्म होने के बाद एक बार फिर एलएसी पर विवाद की पूरी जिम्मेदारी भारत पर ही डाल दी। चीन की तरफ से कहा गया कि वह एक इंच जमीन नहीं छोड़ेगा। चीन के इस बयान के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि उन्होंने बैठक में साफ कर दिया कि भारतीय सेना सीमा पर पूरी तरह जिम्मेदार है और भारत की स्वायत्ता और क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ निश्चित है।

21:27 (IST)05 Sep 2020
चीनी रक्षा मंत्री की मांग पर हुई थी बैठक, 2 घंटे 20 मिनट तक चली थी बात

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री वी फेंग के बीच शुक्रवार रात शंघाई कोऑपरेशन समिट के इतर द्विपक्षीय वार्ता हुई। दोनों के बीच यह बातचीत करीब 2 घंटे 20 मिनट तक चली। बता दें कि चीनी रक्षा मंत्री ने इस बैठक की मांग की थी। दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार की रात 9:30 बजे यह उच्च स्तरीय बातचीत शुरू हुई। भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद चरम पर जाता दिखाई दे रहा है। दरअसल, चीन ने पैंगोंग के दक्षिणी इलाके में भारी मात्रा में टैंक और सैनिक तैनात कर दिए हैं। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चीन के टैंक दक्षिणी पैंगोंग इलाके के मोल्डो के नजदीक तैनात हैं। हालांकि चीन की सेना की हर गतिविधि पर भारतीय सेना द्वारा नजर रखी जा रही है। ऊंचाई वाले इलाकों पर तैनात होने के चलते भारतीय सेना थोड़ी मजबूत स्थिति में है।

20:12 (IST)05 Sep 2020
चीन के साथ गतिरोध पर देश को विश्वास में लें प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री: कांग्रेस

कांग्रेस ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आग्रह किया कि वह चीन के साथ चल रहे गतिरोध को लेकर देश को विश्वास में लें। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया कि चीन के साथ विभिन्न स्तरों पर हुई बातचीत का नतीजा क्या निकला? उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को चीन के रक्षा मंत्री से बातचीत की। इससे पहले विदेश मंत्री ने अपने चीनी समकक्ष से बात की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने अपने चीनी समकक्ष से दो बात की। राजदूत के स्तर पर कई बार बातचीत हुई। इन बातचीत का नतीजा क्या निकला?’’