India-China Border Face-Off HIGHLIGHTS: भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा। इसी सिलसिले में भारत जल्द रूस से सुखोई और मिग-29 विमान खरीद सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दूसरे विश्व युद्ध में रूस की जर्मनी पर विजय की 75वीं वर्षगांठ में हिस्सा लेने 22 जून को मॉस्को जाएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां वे रूस और अन्य देशों के नेताओं से मिलेंगे, लेकिन चीन के नेताओं के साथ कोई बैठक नहीं करेंगे। माना जा रहा है कि रक्षा मंत्री लड़ाकू विमानों की खरीद को लेकर भी रूस से चर्चा कर सकते हैं।
इस बीच नई जानकारियों और सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए एलएसी पर चीन की कारस्तानियां साफ देखी जा सकती हैं। एक सैटेलाइट तस्वीर में तो यह भी साफ हुआ है कि गलवान घाटी में एलएसी के अपनी तरफ चीन ने बड़ी संख्या में सैनिकों के साथ बुलडोजर तैनात किए हैं। इसमें देखा जा सकता है कि जहां-जहां बुलडोजर तैनात हैं, वहां गलवान नदी के बहाव में कुछ बदलाव आया है। इसके अलावा एलएसी के पार चीन के 5 किलोमीटर के दायरे में ही 100 से ज्यादा बख्तरबंद गाड़ियों और बुलडोजरों के होने की बात साफ है।
गौरतलब है कि यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है, जब भारत और चीन के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता अलग-अलग चरणों में हो रही है। कल हुई वार्ता लगभग छह घंटे चली। चीन के साथ तनातनी पर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दोनों मुल्क बराबर संपर्क में हैं। क्या कुछ भारतीय सैनिक अभी भी चीन के कब्जे में हैं? विदेश मंत्रालय ने इसी बारे में बताया- कोई भी भारतीय फौजी लापता नहीं है। मंत्रालय ने आगे कहा- हम उम्मीद करते हैं कि चीन सीमा पर अपनी गतिविधियों को सीमित करेगा।
भारतीय सेना का वो बाहुबली, जिसने 1300 सैनिकों को किया था ढेर
भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने गुरुवार को कहा कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार की और इसमें कोई संशय नहीं है कि पूर्वी लद्दाख में वर्तमान में जारी गतिरोध में उकसावे वाली कार्रवाई उनकी तरफ से की गई। स्वामी ने कहा कि गतिरोध के दौरान चीन ने जिस जमीन पर कब्जा किया है, उसे भारत को वापस लेना चाहिए क्योंकि अधिकतर भारतीय चाहते हैं कि देश इसके लिए लड़े। विदेशी पत्रकार क्लब की ओर से आयोजित वेबिनार में जब स्वामी से पूछा गया कि अपनी जमीन वापस लेने के लिए क्या भारत युद्ध के स्तर तक भी जा सकता है तो स्वामी ने कहा कि मैं अपनी पार्टी की भावना समझता हूं। मैं जानता हूं कि हम किस आधार पर सत्ता में आए थे और अगर हम यह जमीन वापस नहीं लेते तो यह हमारे लिए आत्महत्या जैसा होगा, इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि इसके लिए हमें क्या कीमत चुकानी पड़ेगी।उन्होंने आशंका जताई कि रणनीतिक तौर से समस्या का हल नहीं निकलेगा।


भारत-चीन मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक के लिए न्योता न मिलने पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा है कि इस कठिन वक्त में पूरे देश को एक होकर साथ बढ़ने की जरूरत है। लेकिन पीएम मोदी लगाते तो 'सबका साथ, सबका विकास' का नारा हैं और किसी को भी साथ लेकर नहीं चलते हैं।
आम आदमी पार्टी ने आज शाम चीन-भारत तनाव पर पीएम मोदी के साथ होने वाली ऑल पार्टी मीटिंग में न्योता न मिलने के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार है। पंजाब में हम विपक्ष में शामिल हैं। लेकिन फिर भी भाजपा हमारी सलाह नहीं चाहते। यह पार्टी के अहंकार को दिखाता है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने पूर्व कांग्रेस चीफ पर जुबानी निशाना साधा है। कहा है कि राहुल गांधी को स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों की समझ नहीं है, इसलिए उनके सवालों के जवाब देने की जरूरत नहीं है। वे फेल हो चुके हैं और भारतीय राजनीति में अप्रासंगिक हैं। दरअसल, राहुल ने इससे पहले राहुल गांधी ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने को लेकर सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि ‘हमारे सैनिकों को शहीद होने के लिए निहत्थे क्यों भेजा गया?’
देश में व्यापारी और आम लोगों के एक धड़े ने चीनी उत्पादों के बायकॉट का आह्वान किया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अफसरों के एक धड़े भी अब चीन के खिलाफ आवाज उठाई है। कुछ सीनियर आईएएस अफसरों ने सोशल मीडिया के जरिए चीनी उत्पादों के बायकॉट की मांग की है। इनमें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिव और वरिष्ठ आईएएस अफसर चेतन सांघी भी शामिल हैं। सांघी ने ट्वीट किया है कि उनका अगला फोन अब 'मेड इन इंडिया' होगा। पढ़ें पूरी खबर...
भारत और चीन के बीच लद्दाख पर जारी तनाव के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर शाम 5 बजे ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत सभी बड़े नेता पहुंचेंगे। बताया गया है कि सोनिया गांधी पीएम से 15-16 जून को गलवान घाटी में हुई घटना पर सवाल पूछेंगी। इसके अलावा टकराव खत्म करने के कदमों पर भी चर्चा की जाएगी।
भारत और चीनी सेना के बीच सोमवार देर रात हुई खूनी झड़प में जान गंवाने वाले बिहार बटालियन के सिपाही जय किशोर सिंह का पार्थिव शरीर उनके वैशाली स्थित चक फतेह गांव पहुंच चुका है। गुरुवार सुबह अंतिम संस्कार से पहले परिवारवालों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग शहीद हुए सैनिक के अंतिम दर्शन में शामिल हुए। यहां लोगों ने 'भारत माता की जय' और 'जय किशोर अमर' रहे के नारे लगाए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का आज जन्मदिन है। हालांकि, लद्दाख में चीनी सेनाओं से टकराव के दौरान शहीद हुए जवानों की याद में वे अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगे। कांग्रेस ने इस सिलसिले में सभी राज्य और जिला इकाईयों को निर्देश जारी किए हैं कि वे राहुल के जन्मदिन पर कोई समारोह आयोजित न करें। सूत्रों के मुताबिक, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव के वेणुगोपाल ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए हैं।
अमेरिका भी लगातार एलएसी पर चल रहे भारत-चीन टकराव पर नजर रखे हुए है। सोमवार रात को हुई झड़प में भारतीय सैनिकों की शहादत पर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट के जरिए दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि चीन के साथ टकराव में शहीद हुए भारतीय जवानों के प्रति हमारी संवेदनाएं। हम उनके परिवार, उनके करीबियों और समुदाय को दुख के समय में याद करते हैं।
भारत अब पूरी तैयारी के साथ अब चीन से सीमा के साथ-साथ आर्थिक फ्रंट पर भी मोर्चा लेने की तैयारी में है। सरकार की तरफ से ऐसे इशारे मिलने शुरू हो गए हैं। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (DFCCIL) ने गुरुवार को कानपुर- दीन दयाल उपाध्याय रेलवे सेक्शन के 417 किमी के सिग्नलिंग और टेलीकॉम का चीनी कंपनी (बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजाइन इंटस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशन ग्रुप कंपनी लिमिटेड) को दिया कॉन्ट्रैक्ट छीन लिया। यह कॉन्ट्रैक्ट 471 करोड़ रुपए का था। बताया गया है कि इस कॉन्ट्रैक्ट को दिए जाने के बाद से 4 साल बीत चुके थे, लेकिन इस पर सिर्फ 20 फीसदी काम ही पूरा हो पाया है।
केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारत हमेशा से शांति का पक्षधर है और शांति चाहता है पर अनावश्यक छेड़छाड़ किये जाने को ठीक नहीं समझता है। पत्र सूचना कार्यालय की शुक्रवार को यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री जावड़ेकर ने कहा कि देश एकजुट है और सैनिकों के साथ है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के एक सपूत ने भी चीन से हुए हालिया संघर्ष में सर्वोच्च बलिदान दिया है। हम सभी शहीद सैन्य अधिकारियों और सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। जावडेकर ने कहा कि चीन ने जो किया है उसके बारे में प्रधानमंत्री ने बहुत साफ शब्दों में देश का इरादा स्पष्ट कर दिया है। भारत ने इस घटना को बहुत ही गंभीरता से लिया है।
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने के उद्देश्य से लगातार तीसरे दिन गुरुवार को भारतीय और चीनी सेनाओं ने मेजर जनरल-स्तर की वार्ता की। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, यह बातचीत उसी क्षेत्र में हो रही है, जहां देनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इससे पहले बुधवार को दोनों देशों के बीच मेजर जनरल स्तर पर बातचीत हुई थी। हालांकि इसका कोई नतीजा नहीं निकला था। छह जून को सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर माहौल सामान्य बनाने पर सहमति बनी थी। इसके बाद चीन ने भारतीय सीमा के भीतर निर्माण करने की कोशिश की। जब यह विवाद की वजह बन गया तो चीन की सेना ने सोची-समझी रणनीति के तहत कार्रवाई की। इसके चलते हिंसा हुई। मेजर जनरल स्तर की वार्ता में भारतीय अधिकारियों ने उन जगहों के बारे में चीनी सैनिकों के पीछे हटने की मांग रखी, जिनको लेकर छह जून की वार्ता में सहमति बनी। इसमें गलवान घाटी भी शामिल है। लेकिन चीनी सैनिक गलवान से हटने को नहीं मान रहे।
पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के सामने भारतीय सैनिकों को निहत्थे भेजे जाने को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के सवाल पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सैनिकों को निहत्था भेजे जाने के राहुल गांधी के दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सैनिक पोस्ट छोड़ते ही हथियारों से लैस हो जाते हैं। गलवान घाटी में एक भी भारतीय सैनिक निहत्था नहीं था। हर सैनिक के पास हथियार थे, लेकिन चीन के साथ एलएसी को लेकर समझौतों के मुताबिक वहां हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जाना था और नहीं किया गया। राहुल गांधी के एक ट्वीट को रीट्वीट कर उसपर जवाब में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लिखा, ‘हमें तथ्यों को ठीक से समझ लेना चाहिए। सरहद पर ड्यूटी पर लगे सभी सैनिक हमेशा हथियार के साथ होते हैं, खासकर पोस्ट से निकलते वक्त। 15 जून को गलवान में ड्यूटी पर तैनात सैनिकों के पास भी हथियार थे।’ जयशंकर ने चीनी सैनिकों के साथ खूनी झड़प के वक्त हथियारों का उपयोग नहीं किए जाने को लेकर स्थिति स्पष्ट की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए बुधवार को कहा कि सैन्य बलों ने सदैव अदम्य साहस का परिचय दिया है और दृढ़तापूर्वक भारत की संप्रभुता की रक्षा की है। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए ।
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष तथा सांसद फारूक अब्दुल्ला ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हालात को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए बृहस्पतिवार को भारत और चीन से संयम बरतने और संवाद के जरिये सैन्य तनाव कम करने का अनुरोध किया। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री का यह बयान सोमवार रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद आया है। अब्दुल्ला ने एक बयान में कहा, ''एलएसी पर तनाव कम करने के लिये शांतिपूर्ण तरीके से राजनयिक माध्यमों का सहारा लिया जाना चाहिये। युद्ध समाधान नहीं है, इससे दक्षिण-पूर्वी एशिया में रहने वाले लोगों की मुश्किलें ही बढ़ेंगी।''
भारत ने गुरुवार को चीन से अपनी गतिविधियों को वास्तविक नियंत्रण रेखा के उसके अपने क्षेत्र तक ही सीमित रखने को कहा तथा पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी पर चीनी सेना के सम्प्रभुता के दावे को ‘‘अमान्य’’ और ‘‘बढ़ा-चढ़ाकर’’ बताया गया कहकर खारिज कर दिया। गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। इस सैन्य टकराव के कारण दोनों देशों के बीच क्षेत्र में सीमा पर पहले से ही तनावपूर्ण हालात और खराब हो गए ।
रेलवे ने कानपुर और मुगलसराय के बीच 417 किलोमीटर लंबे खंड पर सिग्नल व दूरसंचार के काम में धीमी प्रगति के कारण चीन की एक कंपनी का ठेका रद्द करने का निर्णय लिया है।
मालगाड़ियों की आवाजाही के लिये समर्पित इस खंड ‘ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर’ के सिग्नल व दूरसंचार का काम रेलवे ने 2016 में चीन की कंपनी बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजायन इंस्टिट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशन ग्रुप को दिया था। यह ठेका 471 करोड़ रुपये का है। रेलवे ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब सोमवार की रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ भयंकर टकराव में एक कर्नल सहित भारतीय सेना के 20 जवानों की मौत हो गयी। यह दोनों देशों के बीच पिछले पांच दशक का सबसे बड़ा सैन्य टकराव है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को पूछा कि लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने जब भारतीय सेना के जवानों पर हमला किया तो 'चीनियों पर गोली चलाने की अनुमति क्यों नहीं दी गयी । इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि 'कोई अपना काम करने में नाकाम रहा ।' मुख्यमंत्री ने यहां एक आधिकारिक बयान में कहा, 'वे वहां बैठ कर क्या कर रहे थे जबकि उनके साथी मारे जा रहे थे ।' कैप्टन ने कहा कि अगर यूनिट के पास हथियार थे, जैसा कि अब दावा किया जा रहा है, तो यूनिट के उप कमांडर को उस वक्त गोली चलाने का आदेश देना चाहिये था जब कमांडिंग अधिकारी चीनियों के विश्वासघात के शिकार हुए।’’ पंजाब के मुख्यमंत्री ने पूछा, 'देश जानना चाहता है कि हमारे सैनिकों ने उस तरीके से जवाब क्यों नहीं दिया जैसा कि उन्हें प्रशिक्षित किया गया है । अगर उनके पास हथियार थे तो उन्होंने गोली क्यों नहीं चलायी ।'
भारत में कारोबारिक स्तर पर चीन की कमर तोड़ने के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अब देशव्यापी अभियान चलाएगी। संगठन के सदस्य इस दौरान घर-घर जाकर लोगों से चीन के बने उत्पाद/सामान का बहिष्कार करने के लिए कहेंगे। इसी बीच, व्यापारियों की संस्था CAIT ने बॉलीवुड सेलेब्स से अपील की है कि वे चीन के ब्रांड्स का ऐड और प्रमोशन न करें। ऐसे ऐक्टरर्स में Aamir Khan, Deepika Padukone, Katrina Kaif, Virat Kohli और अन्य हैं।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की मौत के खिलाफ बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में चीन विरोधी प्रदर्शन हुए। शहीद सैनिकों में से दो पश्चिम बंगाल के थे। बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और उन्होंने चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया। राज्य के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने चीनी झंडे और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के पोस्टर जलाए। लोगों ने भारतीय सैनिकों के बलिदान को याद करते हुए उनके समर्थन में नारे लगाए। शिवसेना की राज्य इकाई ने यहां साल्ट लेक क्षेत्र में चीनी वाणिज्य दूतावास के बाहर मार्च निकाला और मोबाइल फोन सहित चीनी उत्पादों को नष्ट किया।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सेना से सशस्त्र बलों के उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बढ़ावा देने के लिए उसकी प्रबंधन प्रथाओं में सुधार करने को कहा है। चीन के सरकारी मीडिया ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार देश की सेना के प्रमुख की भी जिम्मेदारी संभालने वाले शी ने सशस्त्र बलों के रणनीतिक प्रबंधन प्रशिक्षण पर टेली-कॉन्फ्रेंस में ये महत्वपूर्ण निर्देश दिए। सैन्य आधुनिकीकरण पर उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन का भारत के साथ तनाव चल रहा है और दक्षिण तथा पूर्वी चीन सागरों में चीन के शक्ति प्रदर्शन समेत अनेक विषयों पर अमेरिका के साथ उसके मतभेद हैं।
भारत ने बृहस्पतिवार को चीन से कहा कि वह अपनी गतिविधियों को वास्तविक नियंत्रण रेखा के उसके अपने क्षेत्र तक ही सीमित रखे और उसे इसमें बदलाव के लिए कोई एकपक्षीय कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। गलवान घाटी की हिंसक झड़प का उल्लेख करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में संवाददाताओं से बातचीत में श्रीवास्तव ने कहा कि सोमवार रात को गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से कोई भारतीय जवान लापता नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘सीमा प्रबंधन पर जिम्मेदाराना रुख के साथ भारत का बहुत स्पष्ट मत है कि उसकी सभी गतिविधियां हमेशा एलएसी के इस ओर होती हैं। हम चीनी पक्ष से अपेक्षा करते हैं कि वह भी अपनी गतिविधियों को एलएसी के अपनी तरफ सीमित रखे।’’
भारत, रूस से 12 सुखोई और 21 मिग-29 विमान खरीदेगा। ये विमान ऐसे वक्त लिए इमरजेंसी में लिए जा रहे हैं, जब भारत और चीन के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में खूनी झड़प हुई।
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी पर चीन के सम्प्रभुता के दावे को पूरी तरह खारिज करते हुए भारत ने कहा है कि ‘‘अनुचित’ और ‘‘बढ़ा-चढ़ा कर’’ किया गया यह दावा उस आपसी सहमति के विपरीत है, जो दोनों देशों के बीच छह जून को उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता में बनी थी।
खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने एक मीडिया ग्रुप को दिए इंटरव्यू में कहा है कि चीन के सस्ते और दोयम दर्जे के उत्पादों के आयात पर अब रोक लगेगी। भारत सरकार जल्द ही अपने ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) को मजबूत करेगी और नए नियमों का ऐलान होगा। इससे चीन से आने वाले उत्पादों पर प्रतिबंध लगेगा। पासवान ने कहा कि लोगों को खुद भी चीनी सामान का बायकॉट करना चाहिए। अगर सीमा पर हमारे सैनिकों की पड़ोसी के आक्रामक रवैये की वजह से जान गई है, तो हम इतना तो कर ही सकते हैं।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही चीन के साथ तनातनी के बीच केंद्र सरकार ने BSNL और MTNL में किसी भी चीनी उपकरण के प्रयोग पर तत्काल रोक लगा दी। मीडिया सूत्रों के मुताबिक पुराने टेंडर रद्द किए जाएंगे और नए सरकारी टेंडर निकाले जाएंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि चीन हिस्सा ना ले सके। दूरसंचार विभाग (DOT) ने सभी प्राइवेट कंपनियों को भी चीनी उपकरणों का उपयोग रोकने के निर्देश जारी किए हैं।
पश्चिम बंगाल के दो गांवों में लोगों के चेहरे पर दु:ख और गुस्सा साफ झलक रहा है, जो लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद अपने सपूतों के अंतिम दर्शन के इंतजार में हैं। सेना के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सेना के 20 जवानों में पश्चिम बंगाल के दो जवान भी शामिल हैं जिनके पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार शाम तक उनके घर पहुंच सकते हैं। अलीपुरद्वार जिले में हवलदार बिपुल रॉय के बिंदीपाड़ा गांव में महिलाएं अपने शहीद सपूत की याद में खाना नहीं पका रही हैं। शहीद जवान के दोस्तों ने उत्तर बंगाल के इस गांव में उनका पार्थिव शरीर पहुंचने पर ताबूत रखने के लिए एक मंच तैयार किया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने को लेकर बृहस्पतिवार को फिर से सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि ‘हमारे सैनिकों को शहीद होने के लिए निहत्थे क्यों भेजा गया।’ उन्होंने एक पूर्व सैन्य अधिकारी के साक्षात्कार का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया, ‘‘चीन की हिम्मत कैसे हुई उसने हमारे निहत्थे सैनिकों की हत्या की? हमारे सैनिकों को शहीद होने के लिए निहत्थे क्यों भेजा गया?’’ कांग्रेस नेता ने बुधवार को भी इस मामले पर सवाल किया था, ‘‘प्रधानमंत्री खामोश क्यों हैं? वह छिपे हुए क्यों हैं? अब बहुत हो चुका। हमें यह जानने की जरूरत है कि क्या हुआ है।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘हमारे सैनिकों की हत्या करने की चीन की हिम्मत कैसे हुई? हमारी भूमि पर कब्जा करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?’’
व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पूर्वी लद्दाख में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हुई झड़प से अवगत हैं और दोनों देशों के बीच मध्यस्थता को लेकर अमेरिका की कोई औपचारिक योजना नहीं है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैली मेकनैनी ने सीमा पर हुई झड़प के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘राष्ट्रपति को इसकी जानकारी है। हम पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हालात पर नजर रख रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारतीय सेना का बयान देखा है कि झड़प में 20 भारतीय जवानों ने जान गंवाई है और हम इसे लेकर गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच मध्यस्थता की कोई औपचारिक योजना नहीं है। मेकनैनी ने कहा, ‘‘मैं केवल यह बताना चाहती हूं कि इस साल दो जून को (अमेरिका के) राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई बातचीत में दोनों ने भारत-चीन सीमा पर स्थिति को लेकर बातचीत की थी।’’
शिवसेना ने गलवान घाटी में झड़प संबंधी जानकारी सार्वजनिक नहीं किए जाने पर बृहस्पतिवार को हैरानी जताते हुए कहा कि चीनी सैनिकों के भारतीय क्षेत्र में घुस आने क बात यदि सच है तो यह देश की सम्प्रभुता पर हमला है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में छपे संपादकीय में कहा कि पिछले छह साल से यह दावा किया जा रहा है कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और मजबूत हुआ है। पार्टी ने कहा, ‘‘लेकिन इस समय पाकिस्तान, नेपाल और अब चीन ने हम पर सीधा हमला किया है। पड़ोसियों के साथ हमारे संबंध अच्छे नहीं है और यह हैरान करने वाली बात है कि हमारे नेता दुनिया जीतने के दावे कर रहे हैं।’ सामना में कहा गया, ‘‘सर्जिकल हमले के बाद भी पाकिस्तान का रवैया नहीं बदला है। चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता और उसे धोखा देने के लिए जाना जाता है और यदि नेपाल भी भारत विरोधी रुख अपना लेगा तो हमारे देश के लिए स्थिति अच्छी नहीं है।’’
एनडीए के नेता रामदास अठावले ने स्वेदशी अपनाने के चक्कर में अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत में जो भी रेस्त्रां चीनी खाना बेच रहे हैं, उन्हें बैन कर देना चाहिए। उन्होंने देशवासियों से चीनी खाने को बायकॉट करने की अपील की है। गौरतलब है कि अठावले पहले भी ऐसे बयान देने के लिए जाने जाते रहे हैं। भारत में कोरोना का असर शुरू होने के बाद उन्हें चीन के राजनयिक के साथ मुंबई में 'गो कोरोना, गो बैक' के नारे लगाए थे।
नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (नाटो) में अमेरिका के स्थायी प्रतिनिधि बेली हचिसन ने कहा है कि भारत और चीन टकराव के बीच उनकी चीन की हर गतिविधि पर निगाह है। हचिसन ने हा कि चीन का आक्रामक रवैया ताइवान, जापान और भारत के प्रति ज्यादा है और यह हमारी निगाह में है। हम जोखिम का आंकलन कर रहे हैं। लेकिन सबसे बुरी परिस्थिति के लिए भी तैयार हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय ने लद्दाख बॉर्डर पर मेजर जनरल स्तर की बातचीत के बीच ही भारत को धमकाने की कोशिश की है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा है कि भारत की टुकड़ियों ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल को पार किया और चीनी अफसरों पर हमला कर दिया। इससे दोनों सेनाओं के बीच जंग छिड़ गई। भारत को मौजूदा स्थिति को गलत तरीके से नहीं आंकना चाहिए और न ही चीन की अपनी स्वायत्ता बनाने रखने की कोशिशों को कमजोर समझना चाहिए।
भारत-चीन के बीच लद्दाख स्थित गलवान घाटी पर सोमवार रात हुई मुठभेड़ में 20 भारतीय जवान शहीद हुए। इसे लेकर पूरे देश में लोगों का गुस्सा फूट रहा है। कई जगहों पर तो लोगों ने चीन से व्यापारिक रिश्ते भी खत्म करने का अभियान चलाया है। बिहार में जनअधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव ने भी इस मौके पर पटना में एक जेसीबी मशीन पर चढ़कर चीनी मोबाइल कंपनी के पोस्टर पर कालिख पोती।
पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच झड़प के मद्देनजर चीन के साथ लगी करीब 3,500 किलोमीटर की सीमा पर भारतीय थल सेना और वायु सेना के अग्रिम मोर्चे पर स्थित ठिकानों को बुधवार को हाई अलर्ट कर दिया गया । आधिकारिक सूत्रों ने इस बारे में जानकारी दी है। गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए। भारतीय नौसेना को हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी सतर्कता बढ़ा देने को कहा गया है, जहां चीनी नौसेना की नियमित तौर पर गतिविधियां होती हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उच्च स्तरीय बैठक के बाद तीनों बलों के लिए अलर्ट का स्तर बढ़ाने का निर्णय किया गया।
लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच हुई मुठभेड़ में मध्य प्रदेश के रीवा जिले का एक जवान भी शहीद हुआ है। नायक दीपक कुमार सिंह की शहादत पर उनके परिवार समेत पूरा गांव दुखी है। परिवार के मुताबिक, कुछ ही दिनों पहले जब उनकी दीपक से बात हुई थी, तो उसने लॉकडाउन खत्म होने के बाद लौटने का वादा किया था। किसी को मालूम भी नहीं था, कि यह उनकी अपने लाडले से आखीर बात होगी। दीपक की शादी कुछ समय पहले ही हुई थी।
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात भारत-चीन सेना के बीच जो मुठभेड़ हुई थी, उसमें चीनी सेना ने लोहे की रॉड, कंटीले तारों से बंधे पत्थर और कीलों वाले डंडे तक हमले के लिए इस्तेमाल किए थे। इनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। गौरतलब है कि चीनी विदेश मंत्री से बातचीत के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साफ कहा है कि चीन का यह हमला सुनियोजित था।
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने कहा है कि जो लोग सोचते हैं कि मीठे शब्दों और चापलूसी से चीनी खतरे को कम किया जा सकता है, वह सभी चीनी साम्राज्यवाद की प्रकृति को समझने में विफल रहे हैं। चीनी साम्राज्यवाद लोहे की भाँति कठोर आर्थिक कानूनों पर आधारित है, जो व्यक्ति की व्यक्तिगत इच्छाओं के निरपेक्ष काम करता है। चीन दुनिया के लिए आज सबसे बड़ा खतरा है। पढ़ें पूरी खबर...
पंजाब के गुरदासपुर में सेना के नायब सूबेदार सतनाम सिंह का दरवाजा बनेगा। सतनाम सिंह की सोमवार रात को लद्दाख में चीनी सेना के हमले में जान चली गई थी। गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इशफाक गुरुवार को ही उनके परिवार से मिलने पहुंचे। यहां उन्होंने शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया।
चीनी सेना सोमवार को भारतीय सैनिकों के साथ हुई मुठभेड़ के बावजूद अब तक गलवान से पीछे नहीं हटी है। बुधवार को इसी सिलसिले में दोनों देशों के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता हुई। हालांकि, बातचीत बेनतीजा रही। बताया गया है कि अगले कुछ दिनों में सेना अलग-अलग राउंड में तनाव सुलझाने पर बात करेंगी। हालांकि, इस बीच एक अफसर ने दावा किया है कि चीन गलवान में सैनिकों के साथ अपनी मशीनरी और हथियार भी बढ़ा रहा है। पढ़ें पूरी खबर...
भारत-चीन के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में तीन दिन पहले हुई मुठभेड़ में शहीद हवलदार सुनील कुमार का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके बिहार स्थित घर पहुंचा। यहां सैकड़ों की संख्या में लोग उनका अंतिम संस्कार देखने के लिए उमड़े। इस मौके पर सैनिकों ने उनके शव को तिरंगे में लपेटा और आखिरी सलामी दी।