भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर मोदी सरकार पर सवाल खत्म नहीं हो रहे हैं। राजनीतिक पार्टियोंं के साथ-साथ अब रक्षा विशेषज्ञ भी मोदी सरकार की नीति को लेकर सवाल उठा रहे हैं। रक्षा विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए पूछा कि चीन के खिलाफ बोलने से मोदी और भारत सरकार को कौन रोक रहा है।
मोदी और उनकी सरकार को भारत के खिलाफ चीन की आक्रामकता पर बोलने से क्या रोक रहा है। इसमें अंतरराष्ट्रीय नियमों और द्विपक्षीय समझौते के उल्लंघन को सामने लाने के लिए कूटनीतिक स्तर पर प्रयास शामिल है। चेलानी ने सवाल उठाया कि सरकार क्यों गैर-सैन्य खर्च बढ़ाने को लेकर अनिच्छुक लग रही है? इससे पहले चेलानी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि पीएम मोदी को चीन की हरकतों के बारे में देश के लोगों को बताना चाहिए। उन्होंने कहा था कि संकट के समय लीडर को अपनी जनता को विश्वास में लेना चाहिए।
What considerations have stopped Modi and his government from speaking up on China’s aggression against India, including launching a diplomatic offensive to spotlight its violation of international norms and bilateral accords? And why the reluctance to step up non-military costs?
— Brahma Chellaney (@Chellaney) August 26, 2020
इससे पहले पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन के दौरान कहा था कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लेकर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसका उसी की भाषा में जवाब दिया है। पीएम मोदी के इस बयान पर कांग्रेस ने भी सवाल उठाए थे। कांग्रेस का कहना था कि पीएम मोदी चीन का नाम क्यों नहीं ले रहे हैं। कांग्रेस का सवाल था कि आज हुक्मरान चीन का नाम लेने से डरते क्यों हैं?