देश में पिछले कुछ सालों के दौरान ग्रामीण इलाकों से शहरों की तरफ तेजी से पलायन बढ़ा है। जिसके चलते शहरों पर दबाव पड़ रहा और उसी के चलते शहरीकरण में भी तेजी आयी है। लेकिन हमारे शहर रहने के हिसाब से और नागरिकों को मिलने वाली सुविधाओं के हिसाब से कितने अच्छे हैं, इसे लेकर हाल ही एक सर्वे किया गया है। हैरानी की बात ये है कि देश के तीन बड़े महानगर दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु देश के टॉप 10 शहरों में भी जगह नहीं बना पाए हैं। मध्य प्रदेश का इंदौर शहर रहने के लिहाज से सबसे अच्छा आंका गया है। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से यह भी मानकों पर खरा नहीं उतर सका। सुरक्षा के मामले में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सबसे सुरक्षित मानी गई है।
बता दें कि यह सर्वे जागरण डॉट कॉम, केपीएमजी और फेसबुक द्वारा कराया गया है। 14000 लोगों पर किए गए इस सर्वे में 4 चीजों को पैमाना बनाया गया था। जिनमें स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, इकॉनोमी, एजुकेशन और सुरक्षा को शामिल किया गया था। इंदौर इस लिस्ट में पहले नंबर पर है, वहीं दूसरे नंबर पर लखनऊ को स्थान दिया गया है। तीसरे नंबर पर देहरादून, चौथे पर वाराणसी, पांचवे पर रायपुर, छठे पर रांची, सातवें पर मेरठ, आठवे पर लुधियाना, नवें नंबर पर पटना और दसवें नंबर पर कानपुर को जगह मिली है। वहीं देश में जिन शहरों में सबसे ज्यादा पलायन होता है और जिन शहरों का देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान हैं, जैसे दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु इस लिस्ट में टॉप शहरों में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो पाए।
कुछ दिनों पहले आयी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई दुनिया का 12वां सबसे अमीर शहर चुना गया था। हालांकि लिविबिलिटी के मामले में यह शहर काफी नीचे है। दुनिया में रहने के हिसाब से टॉप शहरों की बात करें तो सीएनएन के एक सर्वें के अनुसार, इनमें ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना पहले स्थान पर है। दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलियाई शहर मेलबर्न है और तीसरे नंबर पर जापान का ओसाका शहर है। दुनिया के टॉप 10 शहरों में ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के 3-3 शहर हैं। वहीं जापान के 2 शहर इस सूची में शामिल हैं।