इंडिया गठबंधन की 6 दिसंबर को एक अहम बैठक होने जा रही है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में कांग्रेस ने ही इस बैठक को बुलाया है। लेकिन बड़ी बात ये है कि इस बैठक का हिस्सा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं बनने वाली हैं। तर्क दिया गया है कि पहले से उन्हें इस बैठक की कोई जानकारी नहीं दी गई और उनके दूसरे कार्यक्रम पहले से तय चल रहे हैं।

ममता ने आने से क्यों मना किया?

जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि 6 दिसंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक दिल्ली में की जाएगी। उसमें सभी नेताओं को आने के लिए कहा गया था, माना जा रहा था कि कई अहम मुद्दों पर चर्चा संभव है। लेकिन अब जब ममता बनर्जी ने सामने से ही उस बैठक में आने से मना कर दिया है, इसे बड़े सियासी झटके के रूप में देखा जा रहा है।

कांग्रेस की हार पर क्या बोलीं ममता?

वैसे ममता बनर्जी इस समय अपने एक बयान की वजह से भी चर्चा में चल रही हैं। उन्होंने कांग्रेस की चुनावी हार पर दो टूक कहा था कि ये जनता की नहीं कांग्रेस की हार है। उनके इस बयान के मायने साफ थे- बीजेपी कांग्रेस का मुकाबला नहीं कर सकती। अभी के लिए कांग्रेस ने ममता की इस प्रतिक्रिया पर कोई रिएक्शन नहीं दिया है, टीएमसी के इंडिया मीटिंग में नहीं आने को लेकर भी बयान जारी नहीं हुआ है।

चुनाव में कांग्रेस का लचर प्रदर्शन

यहां ये समझना जरूरी है कि कांग्रेस की पांच में से चार राज्यों में इस बार करारी हार हुई है। राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में तो उसका सूपड़ा साफ हुआ ही है, मिजोरम में भी उसका प्रदर्शन काफी लचर रहा है। सिर्फ तेलंगाना में ही पार्टी अपना कमाल दिखा पाई है और उसे स्पष्ट जनादेश मिला है।