डिजिटल लेन देन के बाद आज जिस तरह से आए दिन साइबर अपराध की घटनाएं देखने और सुनने को मिलती हैं। इसे देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें करिअर बनाने की चाह रखने वाले विशेषज्ञों की कितनी मांग होगी। साइबर सुरक्षा पेशेवरों की मांग दुनियाभर में बड़ी तेजी से बढ़ी हैं क्योंकि इसके माध्यम से होने वाले अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
करिअर के रूप में इस क्षेत्र की लोकप्रियता का एक और कारण यह है कि साइबर सुरक्षा पेशेवर किसी भी संगठन के डाटा को सुरक्षित रखते है और उसे किसी भी तरह की सेधमारी से बचाते हैं। नेटवर्क प्रशासक जैसे प्रवेश स्तर के पदों से लेकर साइबर सुरक्षा वास्तुकार जैसी उन्नत भूमिका तक इसके विभिन्न स्तर होते है।
इस क्षेत्र में करिअर प्रारंभ करने का सही तरीका कालेज की डिग्री है, लेकिन यह एकमात्र तरीका नहीं है। आज 43 फीसद से अधिक साइबर सुरक्षा पेशेवर प्रमाणन धारक हैं, जिन्हें कालेज की डिग्री के अलावा प्रशिक्षण मिला है। साइबर सुरक्षा में एक प्रामाणिक प्रमाणपत्र होना साइबर सुरक्षा में करिअर प्रारंभ करने का प्राथमिक तरीका है।
कालेज की डिग्री और प्रशिक्षण प्रमाणपत्र के अलावा साइबर सुरक्षा में करिअर प्रारंभ करने वाले प्रतिभागियों से कुछ व्यावहारिक दक्षता से संबंधित ज्ञान की भी उम्मीद की जाती है जैसे: उत्साही होना, उत्सुकता, त्वरित समस्या का समाधानकर्ता, गोपनीयता बरतने वाला, एक अच्छा श्रोता और प्रशिक्षक।
साइबर सुरक्षा पेशेवर के रूप में भूमिकाएं
साइबर सुरक्षा से संबंधित करिअर के जो विभिन्न मार्ग खुलते हैं। वे इस प्रकार हैं –सुरक्षा वास्तुकार : एक सुरक्षा वास्तुकार सुरक्षा प्रणालियों के नियोजन, क्रियान्वयन और परीक्षण का ध्यान रखता है। वे डाटा को हैकर्स, मैलवेयर और किसी भी प्रकार के पापअप हमलों से बचाने के लिए जिम्मेदार होता हैं। चूंकि यह एक वरिष्ठ स्तर का पद है, इसलिए सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के अलावा पर्याप्त प्रशिक्षण की अपेक्षा की जाती है। सुरक्षा वास्तुकार का काम उचित फायरवाल का उपयोग करके नेटवर्क की सुरक्षा करना होता है।
सुरक्षा सलाहकार : सुरक्षा सलाहकार एक सरल लेकिन तकनीक-प्रेमी व्यक्ति होता है जो संगठन के डाटा और पूंजी की सुरक्षा करता है। ये सभी क्षेत्रों के विभिन्न सुरक्षा प्रणालियों को समझते हैं और उनका विश्लेषण करते हैं। सुरक्षा सलाहकार कंप्यूटर, नेटवर्क और डाटा की सुरक्षा के लिए भेद्यता जैसे विभिन्न परीक्षणों को निर्धारित करता है। आवश्यकता पड़ने पर इनसे तकनीकी मार्गदर्शन भी प्राप्त किया जाता हैं।
प्रवेश परीक्षक : एक पेनेट्रेशन टेस्टर सिस्टम का काम उन कमजोरियों और खामियों का पता लगाना होता है जिनका उपयोग हैकर कर सकते हैं। इन्हें एथिकल हैकर्स भी कहा जाता है। उनके पास नेटवर्क, वेब एप्लिकेशन या उत्पाद का परीक्षण करने के लिए कई प्रकार के उपकरण हैं। वे भविष्य में सहायक होने के लिए अनुसंधान और निष्कर्षों का दस्तावेजीकरण भी करते हैं।
मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी (सीआइएसओ) : यह एक उन्नत स्तर की नौकरी है जिसके लिए आपको सुरक्षा अधिकारियों की टीम को संभालने की आवश्यकता होगी। आपके पास अपना सुरक्षा उपाय बनाने की शक्ति है। सिस्टम की सुरक्षा का निर्धारण करने में आपको अन्य हितधारकों के साथ सहयोग करने की भी आवश्यकता होगी क्योंकि यह एक उन्नत भूमिका है। यहाँ तक पहुंचने के लिए एक व्यक्ति को उच्चतम शिक्षा के साथ-साथ प्रमाणन और अनुभव का होना भी परम आवश्यक है।
क्रिप्टोग्राफर : क्रिप्टोग्राफर सुरक्षा प्रणाली के वे पेशेवर हैं जो एक कोड लिखने के लिए जिम्मेदार होते हैं जिसे हैकर्स क्रैक नहीं कर सकते। यदि आप कोडिंग पसंद करते हैं तो यह एक मध्य-वरिष्ठ स्तर की नौकरी है जिसका आप आनंद ले सकते हैं। सुरक्षा अभियंता : एक सुरक्षा अभियंता संगठन के लिए सुरक्षा प्रणाली के पुनर्निर्माण के लिए जिम्मेदार होता है। वे व्यवस्था की सुरक्षा के लिए आवश्यक प्रबंध करते हैं। यदि आप साइबर सुरक्षा पेशेवर बनने की इच्छा रखते हैं तो यह एक प्रवेश स्तर की नौकरी है। इसके अलावा भी कई अन्य तरह की भी नौकरियां साइबर सुरक्षा से जुडी हैं जिसमें एक छात्र अपना करिअर बना सकता है जैसे – सुरक्षा विशेषज्ञ, सुरक्षा निदेशक, सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर, स्रोत कोड लेखा परीक्षक, सुरक्षा लेखा परीक्षक आदि।
वेतनमान
जैसा कि आपने देखा कि साइबर सुरक्षा में काम करने वाले लोगो के अलग-अलग स्तर और उनकी भूमिकाएं हैं क इसी भूमिका और कायार्नुसार इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगो के वेतन का निर्धारण होता हैं क प्राय: एक सामान्य साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ का वेतन 40,000 हजार प्रतिमाह से लेकर 5,00,000 लाख और इससे भी अधिक तक भी हो सकता हैं क यह पूरी तरह व्यक्ति की योग्यता और उसके अनुभव पर निर्भर करता है।
- संजय सिंह बघेल (शिक्षक, दिल्ली विश्वविद्यालय)