कांग्रेस पार्टी ने बुधवार (13 जुलाई) को प्रेस कांफ्रेंस करके भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला और माफी मांगने को कहा। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने (भाजपा) एक बिजनेसमैन के साथ मिलकर हमारी सरकार गिराई। सिब्बल ने कहा कि इस दिन को भारतीय इतिहास के स्वर्णिम शब्दों में लिखा जाएगा।
सिब्बल ने अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ज्योति प्रकाश राजखोवा का इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति यह है कि वह किसी तरह राज्यपाल के साथ मिलकर बाकी बचे-खुचे राज्यों से भी भाजपा का सफाया करना चाहती है। लेकिन न्यायपालिका ने संविधान की रक्षा करते हुए सही फैसला दिया। उन्होंने साफ किया कि नबाम तुकी ही पुनः अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे। सिब्बल ने कहा कि जो भी लोग केंद्र सरकार के इस फैसले में मिले हुए थे उन्हें इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए।
वहीं बागी कालिखो पुल ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती देंगी।
This day will be written in golden words in the history of India: Kapil Sibal,Congress #ArunachalPradeshpic.twitter.com/DW1yh7yFHe
— ANI (@ANI_news) July 13, 2016
Supreme Court’s decision will result in Nabam Tuki being the CM in Arunachal Pradesh: Kapil Sibal,Congress pic.twitter.com/sWFKDFRpyL
— ANI (@ANI_news) July 13, 2016
Centre ministers who were involved in this decision, they must clarify and apologise: Kapil Sibal,Congress #ArunachalPradesh
— ANI (@ANI_news) July 13, 2016
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल को परमानेंट छुट्टी पर चले जाना चाहिए। सिब्बल ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि इस पूरे मामले में पीएम की भी सहमति थी। उन्होंने कहा कि सरकार गिराने में गृहमंत्री ने भी साथ दिया। उधर तुकी ने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय का फैसला ऐतिहासिक है। यह देश में स्वस्थ लोकतंत्र की रक्षा का मार्ग प्रशस्त करता है।’ वह सरकार गिरने से पहले अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कहा कि देश के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा हुई है। भविष्य के कदमों के बारे में पूछे जाने पर तुकी ने कहा कि वह अपने पार्टी विधायकों से संपर्क करेंगे और न्यायालय के आदेश और पार्टी की विचारधारा के अनुसार निर्णय किया जाएगा। बाद में ट्विटर पर अपने पोस्ट में तुकी ने कहा, ‘आखिरकार उच्चतम न्यायालय से हमें न्याय मिला। न्यायालय ने आज (बुधवार, 13 जुलाई) देश और इसके संविधान को बचा लिया।’