पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने जैसे ही कहा कि केंद्रीय एजेंसियां तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों को धमकी दे रही हैं कि यदि वे बीजेपी के संपर्क में नहीं आएंगे तो उन्हें चिटफंड घोटाला मामले में जेल भेज दिया जाएगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के इस आरोप ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। इसी विषय पर टीवी डिबेट में टीएमसी समर्थक और बीजेपी समर्थक के बीच ऐसी कहासुनी हुई कि न्यूज चैनल की एंकर को भी इसमें कूदना पड़ गया और एंकर ने टीएमसी समर्थक के बयान को निशाना बनाते हुए उसकी खिंचाई कर डाली।
आजतक पर टीवी डिबेट में टीएमसी की तरफ से तौसीफ खान बीजेपी के समर्थक राजीव जेटली को जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा राजीव के तर्कों पर कहा, “आपको बंगाली नहीं आती हो कोई बात नहीं। लेकिन आप हिंदू-मुसलमान का नैरेटिव मत बनाइए। आप राजनीतिक मुद्दा उठाइए। आप लोग पैसे की पेटी के साथ बंद कमरे में बात करते हैं। आपके नेता बंगाल में आते हैं और इसे कंगाल कहते हैं। आपके नेता कहते हैं कि रवींद्र नाथ टैगोर का जन्म गलत जगह बताते हैं। आपको तो कुछ मालूम ही नहीं बंगाल के बारे में। आप बंगाल को अपमानित कर रहे हैं तो आप वोट कैसे मांग रहे हैं। टीएमसी समर्थक नेता इस बात को सुनते ही एंकर ने उन्हें निशाने पर ले लिया और कहा कि जिन्हें बंगाली नहीं आते क्या वे बंगाल का दर्द नहीं समझ सकते। एंकर ने कहा कि जब टीएमसी के नेता बिकने के लिए तैयार हैं तो दोष दूसरी पार्टी को क्यों दे रहे हैं।
गौरतलब है कि टीएमसी प्रमुख ने कोलकाता में “शहीद दिवस” रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भगवा पार्टी टीएमसी विदायकों को पैसे और दूसरे लाभों का लालच देकर ‘कर्नाटक का खरीद-फरोख्त मॉडल’ लागू करना चाहती है। ममता बनर्जी ने कहा कि पार्टी 26 जुलाई को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी और बीजेपी द्वारा जुटाए गए काले धन को वापस करने की मांग करेगी। लोकसभा चुनाव के बाद अपनी पहली बड़ी रैली में बनर्जी ने कहा, ‘‘केंद्रीय एजेंसियां चिटफंड घोटाले से संबंधित मामलों को लेकर हमारे नेताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों को धमकी दे रही हैं तथा उनसे भाजपा के संपर्क में रहने या फिर जेल का सामना करने को कह रही हैं।’’
