Pulwama Terror Attack: पुलवामा आतंकी हमले के बाद से देश के अलग-अलग हिस्सों में कुछ लोग कश्मीरी लोगों को निशाना बना रहे हैं। इस भेदभाव में दिल्ली-एनसीआर का इलाका भी पीछे नहीं है। मंगलावर को नोएडा स्थित एक होटल में कश्मीरियों को कमरा नहीं देने की बात सामने आई, तो वहीं गुड़गांव में एक कश्मीरी छात्रा को यूनिवर्सिटी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। नोएडा के सेक्टर 15 में स्थित एक होटल ने अपने रिसेप्शन के बाहर ‘कश्मीरियों का आना मना है’ का बोर्ड लगा दिया। इस घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन तब तक बोर्ड हटा लिया गया। पुलिस का कहना है कि अगर कश्मीरियों के खिलाफ भेदभाव किया जाता है, तो शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि ‘जानी होम्स’ नाम का यह होटल OYO के द्वारा संचालित किया जाता है। लेकिन, होटल मालिक की इस करतूत के बाद OYO ने अपना अनुबंध रद्द कर दिया है।

द इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में जानी होम्स के मालिक और नवनिर्माण सेना के प्रमुख अमित जानी ने कहा कि उनकी नज़र में कश्मीरी देशद्रोही हैं, इसलिए वह उन्हें होटल में कमरा नहीं देंगे। जानी ने कहा, “जब पंजाब, गुजरात या अन्य प्रदेशों से लोग आते हैं तो वे देश को गाली नहीं देते। लेकिन, कश्मीरी ऐसा करते हैं। उनसे एक प्रकार से सावधानी बरतनी पड़ती है। क्या पता वे अपने पास बंदूक छिपाए हों। हालांकि, मेरा गेस्टहाउस राष्ट्रवादी कश्मीरियों के लिए खुला है और ऐसे कश्मीरियों को निजी तौर पर मैं जानता हूं। लेकिन कुछ कश्मीरी हमले (पुलवामा अटैक) का जश्न मना रहे हैं। वैसे मुझे इससे घाटा है। लेकिन, देशभक्ति से बढ़कर कुछ भी नहीं है।”

उधर, गुड़गांव में श्री गुरुगोविंद सिंह ट्राइसिंटेनरी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली एक छात्रा को भी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रस्टीकेट कर दिया। यूनिवर्सिटी का कहना है कि छात्रा ने कुछ दिन पहले पुलवामा हमले के बाद सोशल मीडिया पर राष्ट्र-विरोधी पोस्ट लिखे थे। जिसके बाद उसके खिलाफ यह अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। रजिस्ट्रार द्वारा हस्ताक्षर किए गए आदेश में लिखा है, “विश्वविद्यालय कैंपस में इस तरह के अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगा। इसलिए यह फैसला लिया गया है कि छात्र को तत्काल प्रभाव से रस्टीकेट किया जाए।” आदेश में इस संबंध में जाच के लिए एक कमेटी के गठन की भी बात कही गई है।