‘न्यूज 18 इंडिया’ के एक शो में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर चल रहे बहस के दौरान इस्लामिक स्कॉलर शोएब जामई से एंकर ने पूछा कि क्या मुसलमान वोटबैंक है? शोएब जामई ने जवाब देते हुए कहा कि यह सच्चाई है, मैं मुगालते नहीं पालता हूं।

शोएब जामई ने कहा कि अभी के समय में दो डोज की बहुत अधिक जरूरत है। बंगाल में बीजेपी को एक बार डोज लग गया है, मुझे लगता है कि एक बार उत्तर प्रदेश में लग जाएगा तो काफी आराम मिल जाएगा। लेकिन सवाल हमारे समाज का भी है। मैं बसपा, सपा या कांग्रेस से नाराज नहीं हूं। लेकिन अगर आप बहुसंख्यक समाज के जातियों को प्रतिनिधित्व देते हैं तो 20 प्रतिशत की आबादी वाले मुस्लिमों को भी मिलना चाहिए।

अगर आप 20 प्रतिशत वाले समाज का पूरा वोट लेना चाहते हैं, उसे वोट बैंक मानते हैं तो उसके लिए आपके पास क्या मसौदे हैं? एंकर ने सवाल किया कि क्या आप वोट बैंक मानते हैं?  उन्होंने कहा कि यह एक सच्चाई है, मैं किसी मुगालते में नहीं रहना चाहता हूं। बीजेपी के लिए वोट बैंक हिंदू समाज है, वैसे ही धर्मनिरपेक्ष दलों के लिए मुसलमानों के वोट की बहुत अधिक अहमियत है।

शोएब जामई ने जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी की जीत को लेकर कहा कि इसका असर विधानसभा चुनाव पर नहीं पड़ेगा। क्योंकि यह जनता का आदेश नहीं था। जनता का आदेश तो पंचायत चुनाव में था। लोगों ने देखा  है कि एक डीएम के वायरल वीडियो में क्या कहा जा रहा है।

बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों की तरफ से तैयारी शुरु कर दी गयी है। बीजेपी सहित सभी दलों की तरफ से गठबंधन और सामाजिक समीकरण के आधार पर बैठके की जा रही है। ऐसे में जातिगत प्रतिनिधित्व की बात चल रही है। कई छोटे दलों ने गठबंधन के लिए शर्त रखी है।