महाराष्ट्र के नांदेड़ में कोरोना वायरस महामारी के कारण जुलूस निकालने की इजाजत नहीं देने के बाद तलवारों से लैस सिखों की भीड़ ने सोमवार को पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया जिसमें कम से कम चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। एक वायरल वीडियो में दिख रहा है कि तलवारें लिये लोगों की भीड़ गुरुद्वारे से बाहर निकली और पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड तोड़ दिए तथा पुलिसर्किमयों पर हमला किया।
इस हिंसा में कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। नांदेड़ रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) निसार तंबोली ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘महामारी के चलते होला मोहल्ला का जुलूस निकालने की इजाजत नहीं दी गई। गुरुद्वारा कमेटी को सूचित कर दिया गया था और उन्होंने हमें आश्वस्त किया था कि वे हमारे निर्देशों का पालन करेंगे और कार्यक्रम गुरुद्वारे परिसर के अंदर करेंगे।’’ उन्होंने बताया, ‘‘हालांकि जब निशान साहिब को शाम 4 बजे द्वार पर लाया गया तो कई लोगों ने बहस शुरू कर दी और 300 से अधिक युवा दरवाजे से बाहर आ गए, बैरिकेड तोड़ दिए और पुलिसकर्मी पर हमला करना शुरू कर दिया।’’
तंबोली ने कहा कि चार में से एक कांस्टेबल की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि भीड़ ने पुलिस के छह वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिये। डीआईजी ने कहा कि कम से कम 200 व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307, 324, 188, 269 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।
खबरों के अनुसार दोपहर तक गुरुद्वारे में सारे धार्मिक अनुष्ठान वो होली शांतिपूर्वक मनाई गयी। लेकिन होला मोहल्ला प्रतीकात्मक रूप से निकालते समय भीड़ गुरुद्वारे परिसर में जमा हो गयी। कुछ लोगों ने गुरुद्वारे के गेट के ताले तोड़ दिये, जिस वजह से जुलूस रास्ते पर आ गया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण में तेजी देखने को मिल रही है। सक्रमण की रफ्तार बढ़ने के बाद प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की थी। कई जगहों पर लॉकडाउन भी लगाना पड़ा था।
