एक महीने पहले ‘नॉन गैजेटेड’ नौकरियों में इंटरव्यू खत्म करने का ऐलान किए जाने के मोदी सरकार लिखित परीक्षा की जगह ऑनलाइन टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है। खबर है कि स्टाफ सलेक्शन कमीशन ने इस संबंध में फैसला कर लिया है, जिसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। जानकरी के मुताबिक, सेक्रेटरी पी एच पिल्लई की अध्यक्षता में हाल ही में एक बैठक हुई। जिसके बाद इस बात पर सहमति बन गई है कि SSC अगले साल से ‘नॉन गैजेटेड’ नौकरियों के लिए ऑब्जेटिव टाइप ऑनलाइन टेस्ट लेगा। इसके सवाल तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ को मिली जानकारी के मुताबिक मीटिंग में यह सवाल भी उठा कि ग्रामीण इलाकों के कैंडिडेट्स के लिए ऑनलाइन टेस्ट कहीं मुश्किल तो साबित नहीं होगा। गांव में हर जगह इंटरनेट नहीं है और लोग उतना कम्प्यूटर फ्रेंडली नहीं हैं। इसके जवाब में SSC के कुछ अधिकारियों ने कहा कि ऑनलाइन टेस्ट की प्रक्रिया बेहद आसान बनाया जाएगा। यानी अगर कोई कैंडिडेट मोबाइल चला सकता है, तो वह ऑनलाइन टेस्ट भी आसानी ये दे सकेगा। SSC का मानना है कि ऑनलाइन टेस्ट के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी होना कोई मुद्दा नहीं है।
SSC ने ‘चयन में निष्पक्षता’ को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन टेस्ट प्रक्रिया अपनाने का फैसला किया है। SSC ने यह फैसला भी लिया है कि अब वह एक बार में प्रत्येक वेकेंसी के लिए एक बार में 20 कैंडिडेट्स को ही कॉल करेगा। पिछले SSC ने 1 करोड़ 70 लाख कैंडिडेट्स में से 55,000 लोगों की भर्ती की थी। बहरहाल , ऑनलाइन टेस्ट के लिए सरकार ने सारी तैयारी कर ली है और अगले साल से इसे शुरू कर दिया जाएगा। एक महीने पहले पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में केंद्र सरकार के ग्रुप डी, सी और बी कर्मचारियों के लिए इंटरव्यू खत्म करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और गरीब लोगों से पैसा लूटने वाले दलालों की दुकान बंद हो जाएगी।