भाजपा ने पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के उपाध्यक्ष सोफी यूसुफ को ‘पार्टी विरोधी’ गतिविधियों में शामिल होने के लिए सोमवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनके फिलहाल मीडिया से बातचीत करने पर रोक लगा दी है। सोफी यूसुफ कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रभारी हैं। उन्हें इन खबरों के बीच अनुशासनात्मक नोटिस जारी किया गया है कि घाटी में भाजपा के अधिकतर नेता पिछले महीने बड़े पैमाने पर पार्टी से इस्तीफा देने की योजना बना रहे थे। नोटिस में कहा गया है, “ पार्टी के वरिष्ठ नेता होने के बावजूद दुर्भाग्य से भारतीय जनता पार्टी की जम्मू कश्मीर इकाई की अनुशासन समिति के संज्ञान में यह आया है कि आप पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं और अपने राजनीतिक व्यवहार में अनुशासनहीनता दिखा रहे हैं।”

क्या आरोप लगे हैं?

अनुशासनात्मक समिति के प्रमुख सुनील सेठी ने यूसुफ पर आरोप लगाया कि उन्होंने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर पार्टी के भीतर गड़बड़ करने और माहौल खराब करने की कोशिश की है। सुनील सेठी ने कहा, “अब आपकी ऑडियो रिकॉर्डिग क्लिप सामने आई है, जिससे यह पता चलता है कि आप पार्टी के अनुशासन औरसिद्धांतों के सम्मान नहीं करते हैं।”

7 दिन में दें नोटिस का जवाब

भाजपा नेता यूसुफ को निर्देश दिया गया है कि वह सात दिन में जवाब सौंपकर बताएं कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए। नोटिस में यह भी कहा गया है, “ आपको यह भी निर्देश दिया जाता है कि आप कार्यवाही लंबित रहने तक भाजपा की ओर से किसी तरह के आधिकारिक बयान या किसी पद का उपयोग नहीं कर सकते हैं।” भाजपा के बीच इन समस्याओं के बाद प्रदेश भाजपा अधिकारियों ने एक मीटिंग बुलाई है जिसके तहत कोड ऑफ कंडक्ट का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। फिलहाल सोफी युसुफ की ओर से इस मामले को लेकर किसी तरह का बयान सामने नहीं आया है।