INX मीडिया मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सीबीआई उन्हें पूछताछ के लिए तलब कर सकती है। दरअसल, इंद्राणी मुखर्जी ने मजिस्ट्रेट के सामने INX मीडिया को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया था। हत्या के आरोप में जेल में बंद इंद्राणी ने कहा था कि शुरुआत में उन्होंने पी. चिदंबरम से संपर्क साधा था। लेकिन, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कथित तौर पर इंद्राणी को कार्ति चिदंबरम से संपर्क साधने को कहा था। विशेष अदालत ने कार्ति की सीबीआई हिरासत तीन दिन और बढ़ा दी है। जांच एजेंसी ने नौ दिनों की हिरासत मांगी थी। सीबीआई ने कार्ति के खिलाफ ठोस और विश्वसनीय सबूत मिलने की बात कही थी। हालांकि, कोर्ट ने कार्ति को सिर्फ 9 मार्च तक के लिए ही सीबीआई हिरासत में भेजने का निर्देश दिया। वह पिछले पांच दिनों से हिरासत में ही हैं। इस बीच, पटियाला हाउस कोर्ट में कार्ति और सीबीआई अफसर के बीच नोकझोंक हो गई। कार्ति कोर्ट में अपने माता-पिता से तमिल में बात कर रहे थे। सीबीआई अधिकारी ने आपत्ति जताई और उन्हें अंग्रेजी में बातचीत करने को कहा। ‘रिपब्लिक टीवी’ के पत्रकार के अनुसार, इस पर कार्ति ने जांच एजेंसी के अफसर को भी अंग्रेजी में बात करने को कहा। सीबीआई अधिकारी बोले कि जब हमलोग आपकी कस्टडी में होंगे तो ऐसा ही करेंगे। आज आप हमारी हिरासत में हैं।
Interesting exchange inside Delhi court. CBI Officer objects to Karti Chidambaram speaking to his parents in Tamil, asks him to speak in English. Karti asks CBI Officer also to speak in English. CBI Officer says, we will when we are in your custody, today you are in our custody.
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 1, 2018
अदालत में मौजूद थे कार्ति के माता-पिता: कार्ति से जुड़े मामले की पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई चल रही है। मंगलवार (6 मार्च) को सुनवाई के दौरान कार्ति के पिता पी. चिदंबरम और मां नलिनी चिदंबरम भी मौजूद थीं। सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि कार्ति से जब भी कोई सवाल पूछा जाता है तो वह सिर्फ एक ही जवाब देते हैं कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। जांच एजेंसी ने दलील दी कि आरोपी के खिलाफ सिर्फ इंद्राणी मुखर्जी का बयान ही नहीं बल्कि अन्य सबूत भी हैं। बता दें कि कार्ति पर INX मीडिया ग्रुप में विदेशी निवेश को मंजूरी दिलाने के एवज में घूस लेने का आरोप है। उन्होंने कथित तौर पर इसके लिए पिता पी. चिदंबरम के प्रभाव का इस्तेमाल किया था। सीनियर चिदंबरम उस वक्त यूपीए सरकार में वित्त मंत्री थे।
इंद्राणी मुखर्जी ने लगाया है घूस लेने का आरोप: इंद्राणी ने मजिस्ट्रेट के सामने बताया था कि कार्ति ने पहली ही बैठक में एक मिलियन डॉलर (6.48 करोड़ रुपये) मांगे थे। सूत्रों का कहना है कि इंद्राणी के बयान के बाद सीबीआई अब इस मामले में पी. चिदंबरम से पूछताछ करना चाहती है। वित्त मंत्रालय के कुछ अधिकारियों ने आरोप लगाया कि INX मीडिया ग्रुप में विदेशी निवेश को मंजूरी देने में तय प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया था।