जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक बार फिर इंडिया गठबंधन को लेकर बयान दिया है।

उमर अब्दुल्ला ने Express Adda के कार्यक्रम में इंडिया गठबंधन को लेकर कहा, ‘मैं ऐसा सोचता हूं कि हमारा मकसद साफ नहीं है क्योंकि मैंने कई बार विरोधाभासी और भ्रम पैदा करने वाले बयान सुने हैं। एक राय यह है कि इंडिया गठबंधन सिर्फ आम चुनावो के लिए था और ऐसे में आम चुनाव के बाद इसे भंग कर देना चाहिए था लेकिन अगर हम इस गठबंधन में साथ बने रहना चाहते हैं तो हमें जब राज्यों में विधानसभा चुनाव होते हैं तब भी इसे बनाए रखना होगा लेकिन ऐसा लगता है कि हम ऐसा करने में नाकाम हो रहे हैं।’

कुछ दिन पहले उमर ने यह भी कह दिया था कि इंडिया गठबंधन लाइफ सपोर्ट पर है। इस पर बीजेपी ने कहा था कि इंडिया गठबंधन लाइफ सपोर्ट पर नहीं है, यह मर चुका है। 

उमर अब्दुल्ला ने एक सवाल के जवाब में कहा कि चुनाव आयोग को लोगों की चिताओं का जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि बिना आग के धुआं नहीं होता… कुछ तो गड़बड़ है।

वोट चोरी के आरोपों को लेकर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अगर ‘वोट चोरी’ से आपका मतलब मशीनों में हेराफेरी से है तो मैं कभी भी इसका समर्थक नहीं रहा हूं। इससे घर पर भी मेरी स्थिति कई बार मुश्किल भरी हो जाती है क्योंकि मेरे पिता मानते हैं कि ‘मशीन चोर है’।

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मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जब भी हम चुनाव हारते हैं तो हमेशा यह कहा जाता है कि यह मशीन की वजह से हुआ है लेकिन मेरा मानना अलग है। हमें हार को स्वीकार करना चाहिए और इसमें सुधार करना चाहिए, अगर हम हर बार मशीन को दोष देते रहेंगे तो कभी कुछ ठीक नहीं होगा।’

उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, यह एक क्रूर हमला था। इसमें लोगों को कतार में खड़ा किया गया। उनके धर्म के आधार पर उन्हें अलग किया गया और बेरहमी से गोली मार दी गई… मैं पूरे देश के लोगों को बताना चाहता था कि जम्मू-कश्मीर के लोग इस घटना से किसी भी तरह से नहीं जुड़े हैं।’

उमर अब्दुल्ला ने बुलडोजर एक्शन की जमकर आलोचना की।

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