पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो द्वारा पीएफआई और राष्ट्रीय स्वयं संघ की तुलना करने के बाद नया विवाद शुरू हो गया है। एक टीवी डिबेट में राजनीतिक विश्लेषक संगीत रागी ने कहा कि अगर आरएसएस इतना ही गलत संगठन होता तो परेड में नेहरू नहीं बुलाते।

उन्होंने कहा, “संपूर्ण गांधी वांगमय में गांधी जी ने एक शब्द भी आरएसएस के खिलाफ नहीं बोला है। आरएसएस अगर गलत होता तो पंडित नेहरू रिपब्लिक डे परेड में आरएसएस को नहीं बुलाते। तीसरी बात सरदार पटेल का पत्र पढिएगा नेहरू का लिखा हुआ, जिसमें कहा है कि यह नेशनलिस्ट ऑर्गेनाइजेशन है। इसलिए इसे पीएफआई के साथ मत जोडिए।”

डिबेट में मौजूद कांग्रेस प्रवक्ता अजॉय कुमार ने कहा कि सरदार पटेल ने आरएसएस को बैन किया था, वो ये नहीं बताएंगे और पीएफआई को अभी तक बैन क्यों नहीं किया ये बोलेंगे नहीं।

संगीत रागी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने और विशेषरूप से नेहरू परिवार ने इस देश की जडें खोद दी हैं। देश को अगर किसी ने खोखला किया है तो गांधी परिवार ने। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गंदी धर्मनिरपेक्षता की राजनीति ने इस देश को इस स्तर पर लाकर खड़ा किया है कि जगह-जगह से हिंदू भाग रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस पर देश के साथ गद्दारी करने का आरोप भी लगाया।

संगीत रागी ने कहा, “अगर मदरसों और मस्जिदों से गजवा-ए-हिंद की घोषणा करेंगे और आप एक राष्ट्रवादी संगठन की तुलना उस संगठन से करते हैं, जो जमात ए इस्लामी से प्रेरणा लेता है और इस देश को इस्लामिक राष्ट्र में कनवर्ट कर देना चाहता है।” उन्होंने कहा कि ये गद्दारों और राष्ट्र भक्तों के बीच की लड़ाई है, जिसके लिए हिंदू समाज और पूरे देश को इसके लिए सचेत होना पड़ेगा।

बता दें कि पीएम मोदी के बिहार दौरे से पहले पटना में दो संदिग्ध आतंकवादी को पकड़ गया। इसके बाद, पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने पीएफआई की तुलना आरएसएस से कर दी थी। उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि जिस तरह आरएसएस की शाखा में मार्शल आर्ट और शारीरिक ट्रेनिंग दी जाती है उसी तरह पकड़े गए लोगों को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा था।