पेरिस ओलंपिक में महज 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण पहलवान विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफाई होने पर कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। सुरजेवाला ने कहा कि पूरे देश को उम्मीद है कि विनेश फोगाट फिर से उठेगी और लड़ेगी। लेकिन भारत सरकार चुप क्यों है? इस मामले में भारतीय ओलंपिक संघ को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ से बात करनी चाहिए। यह पदक सिर्फ विनेश का नहीं बल्कि देश का है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से खेल मंत्री ने इस बात की जानकारी दी है कि विनेश फोगाट पर 17 लाख रुपये खर्च किए गए।

सुरजेवाला ने कहा कि शेरनी कभी हारती नहीं है। विनेश ने देश के लिए सबकुछ न्यौछावर कर दिया। उन्होंने अपने संन्यास का ऐलान जरूर किया है लेकिन मुझे उम्मीद है कि देश की यह बेटी उठेगी और जरूर लड़ेगी। ये सिर्फ परिवार की नहीं बल्कि 140 करोड़ देशवासियों की भी अपील है। मैं यहां एक बात करना चाहूंगा, देश की सरकार क्यों मौन धारण किए हैं। रूल-11 कहता है कि अगर विनेश का वजह 50 किलो से कम था तभी हो वह कुश्ती खेली। अगर अगले दिन वजन ज्यादा था तो वह पिछले दिन पर कैसे लागू होगा? इस मामले में ओलंपिक संघ से मांग करनी चाहिए। ये मेडल सिर्फ विनेश का नहीं बल्कि भारत का था।

‘अगर मोदी जी रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवा सकते हैं तो…’

उन्होंने कहा कि ओलंपिक की जो स्पिरिट है कि सबसे अच्छा खिलाड़ी ही जीते, ये नियम उसके खिलाफ है। अगर भारत सरकार चाहे तो विनेश को सिल्वर मेडल मिल सकती है। उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि विनेश गोल्ड मेडल की हकदार है। अगर वो लड़ती तो सिल्वर जरूर लाती। अगर मोदी जी रूस-यूक्रेन का युद्ध रुकवा सकते हैं तो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक एसोसिएशन से अपील करके विनेश का मेडल वापस ला सकते हैं।

विनेश फोगाट ने कुश्ती से लिया संन्यास

विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि “मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।”