Rahul Gandhi Slams RSS: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार को जंतर-मंतर पर एनईपी 2020, यूजीसी ड्राफ्ट नियमों और पेपर लीक के खिलाफ इंडिया गठबंधन के छात्रों की तरफ से आयोजित विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इसमें राहुल गांधी ने कहा कि एक संगठन भारत के भविष्य और एजुकेशन सिस्टम को खत्म करने की की कोशिश में लगा हुआ है। उस संगठन का नाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘सच्चाई है कि अगर हमारा एजुकेशन सिस्टम उनके हाथों में चला गया जो धीरे-धीरे जा भी रहा है तो यह देश बर्बाद हो जाएगा। इस देश में किसी को रोजगार नहीं मिलेगा और यह देश खत्म हो जाएगा। मुझे बहुत खुशी है कि सारे के सारे छात्र संगठन आज यहां पर आए हैं क्योंकि आप की जिम्मेदारी बनती है कि देश के छात्रों को बताया जाए कि आज हिंदुस्तान की यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर आरएसएस नॉमिनेटिड हैं और आने वाले समय में स्टेट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी आरएसएस के नॉमिनेशन से बनेंगे।’
देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने कुंभ मेले के बारे में बात की थी। मैं उनसे कहना चाहता था कि कुंभ मेले पर बोलना अच्छी बात है लेकिन उन्हें भविष्य के बारे में भी बोलना चाहिए। उन्हें बेरोजगारी के खिलाफ बोलना चाहिए। बीजेपी-आरएसएस मॉडल का उद्देश्य देश की सारी संपत्ति अंबान अडानी को देना और सभी संस्थाओं और संगठनों को आरएसएस को सौंपना है।
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एजुकेशन सिस्टम से कभी समझौता नहीं कर सकते- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने प्रदर्शन करने वाले छात्रों से कहा कि आप इंडिया गठबंधन के छात्र हैं, हमारी विचारधाराओं और नीतियों में कुछ मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम देश के एजुकेशन सिस्टम पर कभी समझौता नहीं कर सकते। हम इस लड़ाई को एक साथ लड़ेंगे और आरएसएस को पीछे धकेलेंगे। गांधी ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में टीचर्स और एकेडमिक स्टाफ की नियुक्ति पर यूजीसी के मसौदा नियम आरएसएस के एजेंडे को बढ़ावा देने की एक कोशिश है, जिसका उद्देश्य देश पर एक इतिहास, एक परंपरा, एक भाषा को थोपना है। कर्नाटक आरक्षण मुद्दे पर राज्यसभा में तीखी बहस