दिल्ली में विधानसभा चुनावों में महज तीन महीने का समय बाकी है लेकिन कांग्रेस में आंतरिक कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस की यह कलह अब सार्वजनिक हो गई है। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे के आरोपों का दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने जवाब दिया है।
चाको ने कहा कि उन्हें पत्र मिल गया है और उन्होंने इस कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पास भेज दिया है। चाको ने कहा कि संदीप अपनी मां शीला दीक्षित की मौत पर राजनीति कर रहे हैं। चाको ने कहा कि मुझे लगता है कि इसमें कुछ भी व्यक्तिगत नहीं है और इसमें पूरी राजनीतिक बातचीत है।
वहीं सूत्रों का कहना है कि इस पत्र को कांग्रेस की अनुशासनात्मक समिति के पास भेज दिया गया है। इस समिति में कांग्रेस नेता एके एंटनी, सुशील कुमार शिंदे और मोतीलाल वोरा शामिल हैं। इससे पहले दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष पद को लेकर खींचतान के बीच दिल्ली के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित के पत्र के बाद विवाद बढ़ गया था।
संदीप ने पत्र में लिखा कि उनकी मां (शीला) की मौत के जिम्मेदार चाको हैं। संदीप ने कहा था कि चाको के मानसिक उत्पीड़न के कारण ही उनकी मां का निधन हुआ। पत्र में कहा था कि चाको इसके लिए माफी मांगें या फिर कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
इस बीच दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता किरन वालिया, रमाकांत गोस्वामी, जितेंद्र सिंह कोचर, मंगत राम सिंघल और रोहित मनचंदा ने शुक्रवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने संदीप दीक्षित के पत्र को कथित रूप से लीक करने के लिए पीसी चाको के इस्तीफे की मांग की। वालिया का कहना था कि यह विश्वास तोड़ने वाली बात है। हम इस बात से हैरान हैं कि पत्र के बारे में व्यापक रूप से चर्चा हो रही है।
उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि चाको को तुरंत हटाया जाए और सोनिया जी इस मामले की जांच के आदेश दें। इस मामले में दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए। इससे पहले संदीप दीक्षित ने दिल्ली कांग्रेस प्रभारी को पत्र लिखने की बात को स्वीकार किया था। संदीप का कहना था कि यह प्राइवेट लेटर था।