केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि आईएएस प्रशिक्षु अब अपने केरियर का आगाज कैडर राज्य के बजाय दिल्ली से करेंगे।सिंह ने कहा, इस साल से नए आईएएस प्रशिक्षु कैडर आबंटन के अनुरूप पदस्थापन के लिए संबंधित राज्यों में जाने से पहले केन्द्र में तीन महीने की सेवा से अपने केरियर का आगाज करेंगे।

मंत्री ने कहा, यह ना सिर्फ उन्हें अपने परिप्रेक्ष्य को समृद्ध करने में मदद करेगा बल्कि उन्हें केन्द्र सरकार के क्रियाकलापों से अवगत भी कराएगा और उन्हें केन्द्र सरकार के विभिन्न अधिकारियों से खुद को परिचित कराने में सक्षम बनाएगा। बाद में जब राज्य में उन्हें नौकरशाहाना, प्रशासनिक या फील्ड कार्य मिलेंगे तो उन्हें ज्यादा प्रभावी ढंग से अपनी जिम्मेदारियां निभाने में आसानी होगी।

उन्होंने लोक सेवा परीक्षा के पैटर्न और पाठ्यक्रम की पुनरीक्षा के हाल के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि संघ लोक सेवा आयोग के तत्वावधान में विशेषज्ञों की एक समिति गठित की जा रही है।

सिंह के कार्यालय से आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में उनके हवाले से कहा गया है, लक्ष्य विविध पृष्ठभूमि से आने वाले लोकसेवा प्रत्याशियों को बराबरी प्रदान करना है ताकि चयनित उम्मीदवार समकालीन भारत में शासन की आवश्यकताओं को ले कर सर्वाधिक उपयुक्त हों।

कार्मिक लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस बात को दोहराया कि ऐसे माहौल में अधिकतम और आसान प्रशासन प्रदान किया जा सकता है जहां नौकरशाह बेहतरीन ढंग से सेवा दे सकें।