उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट पर आजम खान के इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव होने हैं। बीजेपी ने इस सीट से घनश्याम लोधी को मैदान में उतारा है। वहीं पहले इस सीट से मुख्तार अब्बास नकवी को उतारे जाने की चर्चाएं चल रहीं थी। इस मुद्दे पर एबीपी न्यूज़ के एक कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नकवी ने कहा कि वह केजरीवाल और राहुल गांधी दोनों को दुश्मन नहीं मानते हैं।

इस दौरान एंकर ने सवाल किया कि देश के लिए ज्यादा बड़ा दुश्मन कौन है अरविंद केजरीवाल या राहुल गांधी? जिसके जवाब में मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “मैं दोनों को दुश्मन नहीं मानता। राहुल जी खुद अपनी ही पार्टी के दुश्मन हैं।” उन्होंने आगे कहा, “ आज तक मैंने भ्रष्टाचार के विरुद्ध सत्याग्रह देखा था, लेकिन अगर कोई पार्टी भ्रष्टाचार के पक्ष में सत्याग्रह करने लगे और कहने लगे कि हमारे ऊपर जो भ्रष्टाचार का आरोप लगा है उसके लिए हम सत्याग्रह करेंगे। तो ये करप्शन की क्रांति पहली बार देख रहे हैं।”

भारत का गौरव डाल पर बैठी चिड़िया नहीं: नूपुर शर्मा मामले पर बात करते हुए बीजेपी नेता ने कहा, “विरोध करना कोई गलत बात नहीं है, बिल्कुल विरोध करो, लेकिन ये क्या कहना है कि भारत का गौरव खत्म हो गया है। अरे कैसे खत्म हो गया?” उन्होंने आगे कहा कि भारत का गौरव कोई डाल पर बैठी हुई चिड़िया थोड़े है कि एक बार हिलाया और चिड़िया उड़ गयी।

क्या नूपुर शर्मा पर कार्रवाई में बीजेपी ने देर कर दी? इस सवाल के जवाब में मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा, “मेरे पास मिस्र की यूनिवर्सिटी के एक उलेमा का फोन आया है। उस वक्त मैंने कहा कि ये पार्टी और सरकार का रुख नहीं है। मेरा ईमान हिंदुस्तान के प्रति है। हम किसी भी धर्म का अपमान नहीं करते हैं।” उन्होंने कहा कि ना पैगंबर का अपमान करना सही है न किसी हिंदू देवता है। धर्म का अपमान करना सही नहीं है।”

पार्टी का फैसला बेहतरी के लिए: वहीं, रामपुर से चुनाव लड़ना नहीं चाहते थे या टिकट नहीं दिया गया? इस सवाल के जवाब में नक़वी ने कहा कि रामपुर से चुनाव लड़ने की खबरें अखबारी बातें हैं। ये मैं सिर्फ मीडिया में ही सुना है। मेरी न ही ऐसी कोई इच्छा है और न ही कोई अपेक्षा है। उन्होंने आगे कहा, “’सितारों के आगे जहां और भी हैं, अभी वक्त के इंतहा और भी हैं।” फिक्र करने की कोई बात नहीं है। पार्टी का जो भी फैसला होता है वो बेहतरी के लिए होता है।