अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाई जा रही अटकलों के बीच जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने शुक्रवार को कहा कि उनका मुख्यधारा की राजनीति में जाने या चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। देशद्रोह के आरोप का सामना कर रहे इस पीएचडी छात्र ने यह भी कहा कि संसद पर हमले का दोषी अफजल गुरू भारत का नागरिक था और उसे मिली मौत की सजा पर बहस ‘‘वैध’’ है। हालांकि, कन्हैया ने यह भी कहा कि उनका आदर्श अफजल गुरू नहीं, बल्कि रोहित वेमुला है। गौरतलब है कि हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित ने कुछ वक्‍त पहले खुदकुशी कर ली थी।
कन्‍हैया ने कहा, ‘‘मैं कोई नेता नहीं हूं। मैं छात्र हूं। मुख्यधारा की राजनीति में शामिल होने या कोई चुनाव लड़ने का मेरा कोई इरादा नहीं है। कन्हैया ने कहा, ‘‘मैं एक छात्र के तौर पर सवाल करना चाहता हूं और भविष्य में एक शिक्षक के तौर पर जवाब देना चाहूंगा । लिहाजा, मेरी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं से जुड़े सवालों को किनारे रखना चाहिए।’’ उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘देश के लोगों ने मुझे वोट नहीं दिया है, यूनिवर्सिटी के छात्रों ने मुझे वोट दिया है। मैं देश का राष्ट्रपति नहीं, जेएनयू छात्र संघ का अध्यक्ष हूं। मैं सिर्फ उनके लिए और उनकी बात करूंगा।’’