हैदराबाद की महिला वेटनरी डॉक्टर के गैंगरेप अैर मर्डर के चार आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार तड़के एनकाउंटर में ढेर कर दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद आरोपियों में से एक की गर्भवती पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी ने कहा, ‘मुझे उस जगह ले चलो जहां मेरे पति को मार दिया गया और मुझे भी गोली मार दो। हमारी शादी हुए एक साल ही हुए थे, अब मैं उनके बिना नहीं जीना चाहती।’

वहीं, इस आरोपी की मां बोली, ‘उन्हें हमें कुछ वक्त देना चाहिए था। हमें बताया गया था कि गिरफ्तारी के 14 दिन बाद हमें उससे मुलाकात का मौका मिलेगा। यह तो आठवां दिन ही था। किसी ने बताया था कि उन्हें मार दिया जाएगा। वे हमें बता देते तो मरने से पहले हम उससे मिल सकते थे। आप उन्हें जेल में रख सकते थे, उन्हें कुत्तों का खाना खिला सकते थे, क्या उन्हें मारना चाहिए था?’

बता दें कि गैंगरेप के आरोपियों के घरवाले उनके एनकाउंटर की खबर पाकर सन्न हैं। 26 साल के मुख्य आरोपी की मां ने मीडिया से कहा, ‘मैंने अपना बेटा खो दिया। आप मुझसे क्या सुनना चाहते हो? गांव के लोग क्या कहेंगे? हम बेहद गरीब हैं। हम दिहाड़ी मजदूर हैं। हमने अपने बेटे को भगवान भरोसे छोड़ दिया था। मैं उसके दोस्तों को बददुआएं देती हूं।’

वहीं, 20 साल के एक आरोपी के पिता ने पूछा, ‘सिर्फ मेरे बेटे और बाकी तीन को ही ऐसे क्यों मारा?’ एक अन्य 20 वर्षीय आरोपी के पिता ने पूछा कि उन्हें अपने बेटे से मिलने की इजाजत क्यों नहीं दी गई? बता दें कि शुक्रवार शाम आरोपियों के घरवाले उनके शव लेने के लिए अस्पताल पहुंचे। वहीं, वेटनरी डॉक्टर के पिता ने कहा कि सच्चा न्याय मिलना असंभव है क्योंकि अब उन्होंने अपनी बेटी को खो दिया है।

डॉक्टर के पिता ने कहा, ‘हालांकि आज की घटना ने हमें कुछ राहत दी है और हमारे दर्द को कुछ कम किया है। हमें जिंदगी में आगे बढ़ना ही होगा। बीते एक हफ्ते में हमारे परिवार के साथ जो कुछ हुआ, उसके बारे में सोचने के लिए हमें वक्त ही नहीं मिला।’ उन्होंने कहा, ‘हमें लगा कि मुकदमा चलेगा और आरोपियों को कुछ महीने में मौत की सजा मिलेगी। लेकिन यह इस तरह से हो गया। इसकी वजह से भविष्य में ऐसे अपराधों पर लगाम कसेगी। हम इसका स्वागत करते हैं और उनको धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने हमारा समर्थन किया।’