हैदराबाद में छात्रों के विरोध के बीच दलित पीएचडी स्कॉलर वी. रोहित के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। रोहित ने रविवार (17 जनवरी) को खुदकुशी कर ली थी। रोहित और चार अन्य रिसर्च स्कॉलर को पिछले साल अगस्त में हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी (एचसीयू) से निलंबित कर दिया गया था। दलित छात्र की आत्महत्या के मामले में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद ने बताया कि कैंपस में स्थिति इस समय पूरी तरह से ठीक है। यहां रविवार रात उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, जब कुछ छात्र रोहित का शव लेकर प्रदर्शन करने आ गए थे। प्रदर्शन कर रहे छात्र मांग कर रहे थे बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए। उनका आरोप है कि बंडारू दत्तात्रेय ने मानव संसाधन मंत्रालय को पत्र लिखकर रिसर्च स्कॉलर्स पर करने की बात कही थी। छात्रों के आरोप के बाद ही दत्तात्रेय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद ने बताया कि रोहित उन पांच रिसर्च स्कॉलर्स में एक था, जिन्हें हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने पिछले साल अगस्त में सस्पेंड कर दिया था। इसके अलावा एक स्टूडेंट लीडर पर हमले के केस में उस पर भी आरोप थे। सीवी आनंद ने बताया कि बाद में रोहित का निलंबन वापस ले लिया था।
आपको बता दें कि ABVP लीडर पर हमले के आरोप के बाद रोहित समेत पांच आरोपियों को सस्पेंड कर दिया गया था। इसके विरोध में कुछ छात्रों ने ज्वाइंट एक्शन कमेटी बनाई। उन्होंने सस्पेंशन को ‘अलोकतांत्रिक’ करार दिया था। उनके मुताबिक, सस्पेंशन के कारण रोहित व अन्य छात्रों को हॉस्टल में नहीं घुसने दिया जा रहा था, जिसकी वजह से उन्हें एक टेंट सोना पड़ रहा था।
रोहित का सुसाइड नोट