कथित तौर पर प्रेमी गैंगस्टर कपिल मान के प्रेम में पड़कर लेडी डॉन के नाम से मशहूर हुई काजल खत्री की यहां तक पहुंचने की कहानी बहुत ही अजीबोगरीब है। काजल खत्री 2016 में कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की परीक्षा की तैयारी कर रही थी। एक दिन उसकी मुलाकात कथित गैंगस्टर कपिल मान से हुई। वह रोहिणी के सेक्टर 11 में एक जिम में जाया करता था। वहीं काजल खत्री रहती थी। कपिल मान मुखर्जी नगर में अपनी क्लास करने जाते वक्त अक्सर उसको देखता था। एक दिन उसने तय किया कि वह उससे मिलेगा और बातचीत करेगा।
काजल खत्री बहुत ही महत्वाकांक्षी नेचर की थी। उसने हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय के हंस राज कॉलेज से अंतिम वर्ष की परीक्षा पास न कर पाने के कारण पढ़ाई छोड़ दी थी। उसने सोचा कि शायद एसएससी परीक्षा उसे जीवन और करियर में एक और मौका दे दे, लेकिन इस बीच वह कपिल के प्यार में पड़ गई।
काजल खत्री ने पुलिस से कहा- लेडी डॉन टैग से खुशी मिलती है
बुधवार को पुलिस ने उसे जनवरी में नोएडा में हुई एक हत्या में कथित मिलीभगत के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में जांच टीम के एक अधिकारी ने कहा, “हमने उससे पूछा कि वह अपराध में क्यों शामिल हुई तो उसका जवाब था कि वह कपिल से प्यार करती थी।” अधिकारी ने कहा, “बेशक, इसके और भी कारण हैं। वह ‘लेडी डॉन’ टैग से मिली बदनामी का मजा लेती थी… दिल्ली में आपको सैकड़ों पुरुष गैंगस्टर मिल जाएंगे, लेकिन इस लाइन में कुछ ही महिलाएं हैं और वह उनमें से एक है।”
2016 में जब वह पहली बार कपिल से मिली, तब वह गैंगस्टर और ड्राइव-बाय शूटिंग की दुनिया में नहीं आया था। खत्री ने पुलिस को बताया कि वह लंबा था और दिखने में अच्छा लगता था। उसके पिता राय सिंह खत्री ने कहा कि तीन साल बाद वह कपिल के साथ भाग गई और उन्होंने हरियाणा के एक मंदिर में शादी कर ली।
गैंगस्टर कपिल मान 2019 में गिरफ्तार हुआ था
कपिल ने कथित तौर पर भागने से ठीक पहले अपने प्रतिद्वंद्वी परवेश मान के चाचा और चचेरे भाई पर हमला करने का आदेश दिया था। मामले से परिचित एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कपिल को उनकी छोटी सी शादी के कुछ महीने बाद 2019 में गिरफ्तार किया गया था और उसने कथित तौर पर कहा कि ये हत्याएं 2018 में अपने चाचा की हत्या के लिए परवेश मान से बदला लेने के लिए की गई थीं।
चार साल बाद जब काजल खत्री ने आखिरकार अपने पिता के सामने अपनी शादी के बारे में कबूला, तो साफ तौर पर कहा कि उसने प्यार के चलते कपिल से शादी की थी। पुलिस ने बताया कि तब से काजल खत्री कपिल के मामलों को संभाल रही है और उसके आदमियों को आदेश देती है। पुलिस के एक सूत्र ने बताया, “वह मंडोली जेल में कपिल से मिलने जाती थी और कपिल उसे निर्देश देता था… वह उसके साथ लक्ष्यों के नंबर और पते साझा करता था, जिसे काजल अन्य सदस्यों को भेजती थी। वे गेमिंग ऐप और सिग्नल के जरिए भी एक-दूसरे से बात करते थे… वह कपिल के आदमियों के बीच काफी मशहूर थी। वे जानते थे कि वह जो कह रही है, वह कपिल के ही शब्द हैं, और वे इसके लिए उसका सम्मान करते थे।”
एक पुलिस सूत्र ने बताया। कथित तौर पर ‘लेडी डॉन’ बनने से पहले, खत्री को पढ़ाई का शौक था। उसके पिता के अनुसार, बचपन में वह एक एथलीट बनने का सपना देखती थी और खो-खो खेलना पसंद करती थी। उसे जानवरों के साथ खेलना भी पसंद था, खासकर अपने घर पर नाथू राम नाम की एक फारसी बिल्ली के साथ। 2022 में परवेश मान ने अपने चाचा और चचेरे भाई की हत्या का जवाब कपिल के पिता ब्रह्म प्रकाश पर हमला करके दिया। उन्हें मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों ने उनके ही घर के सामने गोली मार दी थी। इस साल जनवरी में कपिल और परवेश के बीच लंबी और खूनी प्रतिद्वंद्विता परवेश के भाई सूरज मान की हत्या में परिणत हुई।
एयर इंडिया में केबिन क्रू के तौर पर काम करने वाले सूरज की नोएडा के सेक्टर 104 में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब वह जिम से कसरत करने के बाद अपनी कार में बैठा था। पुलिस ने बताया कि उसका अपराध जगत से कोई संबंध नहीं था। यह प्रतिद्वंद्विता कहां से शुरू हुई, इसका ठीक-ठीक पता लगाना मुश्किल है। एक तरफ पुलिस का कहना है कि यह सब तब शुरू हुआ जब कपिल के चाचा सूर्या ने परवेश के दुश्मनों को हथियार सप्लाई करना शुरू किया। हालांकि खत्री के पिता के मुताबिक, यह दोनों परिवारों के बीच एक छोटे से भूखंड को लेकर विवाद से शुरू हुआ। खत्री को नर्सिंग कोर्स की अंतिम परीक्षा के दिन हिसार में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था। पुलिस के लिए उसका घर खोजना आसान काम नहीं था।
पुलिस सूत्र ने बताया, “वह सोनीपत के पास कुंडली में एक हाई-राइज अपार्टमेंट सोसाइटी में रहती थी… किसी के ठिकाने पर नजर रखना काफी मुश्किल होता है।” जब उन्होंने उसके घर पर छापा मारा, तो वह कहीं नहीं दिखी।