Former Vice President Jagdeep Dhankhar Pension: पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राजस्थान विधानसभा के पूर्व सदस्य के रूप में पेंशन के लिए आवेदन किया है। विधानसभा सचिवालय ने उनके आवेदन को मंजूरी देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। धनखड़ ने 1993 से 1998 के बीच अजमेर जिले के किशनगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नियमों की माने तो जगदीप धनखड़ को 42000 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। राजस्थान में नेताओं के लिए डबल-ट्रिपल पेंशन की व्यवस्था है। यानी अगर कोई व्यक्ति सांसद और विधायक दोनों रह चुका है, तो उसे दोनों की पेंशन मिल सकती है। यही वजह है कि पूर्व नेताओं को अलग-अलग पदों के लिए एक साथ पेंशन मिलती है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पुष्टि की कि धनखड़ का पेंशन आवेदन विधानसभा को मिल गया है और प्रक्रिया शुरू हो गई है।

पूर्व उपराष्ट्रपति को मिलेंगी ये भी सुविधाएं

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पेंशन के साथ-साथ कई सुविधाएं भी मिलेंगी। उन्हें दिल्ली के लुटियंस जोन में एक बड़ा सरकारी बंगला (टाइप VIII) मिलेगा। इस बंगले का बिजली और पानी का बिल सरकार देगी। उन्हें फर्नीचर, जरूरी उपकरण और दो मोबाइल फोन भी मिलेंगे। एक सरकारी कार और चालक की भी सुविधा दी जाएगी। कुछ निश्चित संख्या में स्टाफ की सुविधा दी जाती है।

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विपक्षी दलों ने इस्तीफे पर उठाए सवाल

बता दें कि जगदीप धनखड़ ने बीते महीने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद विपक्षी दल लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर जगदीप धनखड़ कहां हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “उनके इस्तीफे के पीछे एक बड़ी कहानी है। आपमें से कुछ लोग इसे जानते होंगे, कुछ लोग नहीं जानते होंगे। लेकिन इसके पीछे एक कहानी है।” कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “और फिर एक कहानी है कि वह क्यों छिपे हुए हैं। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति ऐसी स्थिति में क्यों हैं, जहां वह एक शब्द भी नहीं बोल सकते और उन्हें छिपना पड़ रहा है। यह हर कोई जानता है।” गांधी ने कहा, “अचानक, वह व्यक्ति जो राज्यसभा में ‘प्रखरता से बोलता’ था, चुप हो गया है, पूरी तरह से चुप। इसलिए, हम ऐसे समय में जी रहे हैं।”