Swachh Bharat Mission: देश की मोदी सरकार ने स्वच्छता अभियान शुरू किया था और इसको लेकर अब एक दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है। पिछले पांच साल में केंद्र सरकार इस स्वच्छ अभियान के तहत 4100 करोड़ रुपये जुटा चुकी है। जानकारी के मुताबिक सरकार ने ये पैसे सरकारी दफ्तरों में रखे कबाड़ को बेचकर कमाए हैं।

इसको लेकर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार ने केंद्र सरकार से जुड़े अलग-अलग कार्यालयों से कबाड़ की स्क्रैप में नीलामी कर पांच साल में करीब 4100 करोड़ रुपये की कमाई कर डाली। जिन चीजों को कबाड़ में नीलाम किया गया, उनमें रद्दी के साथ इलेक्ट्रॉनिक चीजें भी शामिल थीं।

आज की बड़ी खबरें

केंद्रीय मंत्री ने दी पूरी जानकारी

इसको लेकर जितेंद्र सिंह जानकारी दी कि पिछले साल के विशेष स्वच्छता अभियान 4.0 के अंत तक लगभग 3,300 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी जिसके साथ इस वर्ष के विशेष स्वच्छता अभियान 5.0 788.53 करोड़ रुपये और जोड़े गए है। इस प्रकार अब तक कुल आय 4,088.53 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है।

यह भी पढ़ें: राजस्थान में इस सीट पर है त्रिकोणीय मुकाबला, कांग्रेस-बीजेपी को मिल रही निर्दलीय नरेश मीणा से चुनौती

पीएम मोदी ने की थी मिशन की शुरुआत

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि 2021 से अब तक पांच वार्षिक विशेष स्वच्छता अभियानों के जरिए अलग-अलग केंद्रीय सरकारी कार्यालयों में जमा कबाड़ की नीलामी से कुल 4,088.53 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले स्वतंत्रता दिवस संबोधन में लाल किले से स्वच्छता अभियान का आह्वान किया था। इस पहल ने एक जन आंदोलन का रूप लिया, जिसकी बदौलत पहले वर्ष में ही चार लाख से अधिक शौचालय बनाए गए।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक अभियान के रूप में सरकारी कार्यालयों से पुरानी फाइलें, टूटे फर्नीचर और अन्य बेकार वस्तुएं हटाने का काम शुरू किया गया था । सिंह ने बताया कि हर वर्ष इस अभियान में नए डाइमेंशंस जोड़े गए थे, जिसका सरकार को फायदा मिला।

यह भी पढ़ें: वंदे मातरम vs जन गण मन: बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले क्यों भिड़ गए टीएमसी और बीजेपी?